बदलते मौसम में अब नही सताएगा गठिया का दर्द

गठिया सर्दियों में

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    सर्दियाँ शुरू होते ही गठिया और जोड़ों का दर्द सताना शुरू कर देता है. मसलन किसी गंभीर चोट के कारण या फिर हार्मोनल परिवर्तन के चलते जोड़ों का दर्द सर्दियों में या हवा की तीव्रता के साथ तकलीफ़ देना शुरू कर देता है. हमें इस मौसम में रोग की पीड़ा से बचने के लिए कई तरह की सावधानी बरतने की जरूरत होती है.

    गठिया से बचाव के लिए घरेलू नुस्खे

    ठंडक बढ़ने के साथ बुजुर्गों की गांठों में अकडन और दर्द की समस्या घर भर को परेशान का देती है. इस परेशानी के चलते नशें सिकुड़ने लगती हैं और मांशपेशियों में सूजन आ जाती है. सूजन के चलते इंसान चलने और उठने बैठने में परेशानी का अनुभव करता है. अक्सर लोग एलोपैथिक दवाओं का भरपूर उपयोग कर खुद को साइड इफेक्ट की मुसीबत में फंसा देते हैं. यूनानी या फिर घरेलू नुस्खों के प्रयोग ने जोड़ों के दर्द में एक नई क्रान्ति ला दी है. इसके सेवन से मनुष्य धीरे – धीरे बिलकुल ठीक हो जाता है.

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      बथुआ का सेवन

       बथुआ

      आजकल गेंहू के खेतों में बथुआ बहुतायत मात्रा में मिल जाता है. इसके अलावा बाजार से खरीदकर इसके साग या फिर जूस का सेवन करने से गांठों का दर्द दूर होता ही है बल्कि जोड़ों में मौजूद सूजन समाप्त हो जाती है.

       

      एलोवेरा

      एलोवेरा

      एलोवेरा के पत्तों को पीसकर गांठों पर लेप लगाने से गठिया में बेहद आराम मिलता है. इसके गूदे को खाने से भी काफी असर होता है.

      गठिया या फिर जोड़ों के दर्द वाले मरीजों को ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए इसके अलावा धूम्रपान या फिर अल्कोहल से बचने की जरूरत होती है.

      डॉ करुणा

      • 10 Years of Experience
      • (BAMS)

      डॉ करुणा आयुर्वेद विधा में स्नातक हैं. आयुर्वेद से उपचार के लिए इन्हें कई मैडल भी मिल चुके हैं. इनके इलाज से गर्दन दर्द के हज़ारों मरीज स्वास्थ्य लाभ उठा चुके हैं. इन्हें इस विधा में 9 साल का अनुभव है. डॉ. करुणा कहती हैं कि आयुर्वेद उपचार प्राचीन काल

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