घुटनों की समस्या में काफी कारगर है यूनानी नुस्खा

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    यदि शरीर को स्वस्थ रखने की बात की जाये तो स्वास्थ्य को देखते हुए वर्तमान समय की सबसे गंभीर समस्या घुटनों का दर्द है। जिससे बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी पीड़ित हो रहे हैं। घुटनों का दर्द एक ऐसा दर्द है जो उम्र के बढ़ने के साथ ही काफी तकलीफदेह भी हो जाता है। इस दर्द के कारण व्यक्ति का चलना-फिरना, उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। इस समस्या का शुरूआत में ही उपचार किया जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो यह एक स्थायी समस्या बन जाती है। इस समस्या में कितना दर्द हो सकता है शायद आप कल्पना भी नहीं कर पाओगे। घुटनों का दर्द किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। बढ़ती उम्र में अक्सर ऐसी समस्याएँ आती रहती हैं।

    लखनऊ के रहने वाले दयाशंकर तिवारी जी अपने बेहद खास अंदाज में जीते है और जियें भी क्यों ना। आखिर रिटायर सूबेदार जो हैं। अपनी 28 साल की आर्मी में सेवा करने के बाद तिवारी जी बड़े ही आराम से रिटायर हुए। लेकिन काम करने की ललक आज भी उनके मन से नहीं गयी। रिटायरमेंट के बाद ही रेलवे में नौकरी शुरू कर दी। रेलवे में करीब 10 साल नौकरी करने के बाद उन्हें वहां से भी रिटायरमेंट लेना पड़ा। रेलवे से निकलने के बाद अब उनका काम है खेती करना, जानवरों को पालना। अब वे पूरी तरह से एक किसान का जीवन जी रहे हैं। अपने परिवार के साथ सूबेदार जी काफी खुशी के साथ रहते हैं। अगर उनके परिवार की बात करें तो उनका काफी बड़ा परिवार है। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, एक बेटी, दो भाई और उनकी पत्नियां और उनके बच्चे रहते हैं। सूबेदार साहब अपने परिवार के मुखिया हैं। लेकिन समस्या तब आती है जब मुखिया को ही कुछ समस्या हो जाये। जिस प्रकार दयाशंकर तिवारी जी को हो गयी। दरअसल उन्हें घुटनों में दर्द की समस्या हो गयी। घुटनों के दर्द के कारण तो वे मानो अंदर से टूट से गये हों। क्योंकि जैसा जीवन उन्होंने आज तक जिया था वैसा जीवन उस समय शायद वे नहीं जी पाये हों। जब उन्हें घुटनों में दर्द हो गया था।

    दयाशंकर जी ने एलोपैथिक उपचार कराना शुरू किया लेकिन दर्द में कोई आराम नहीं दिखा। उसके बाद किसी के कहने पर वे एक हकीम के पास भी गये लेकिन उसके उपचार से भी उन्हें अपने घुटनों के दर्द में कोई आराम नहीं मिला। घुटनों के दर्द की समस्या इतनी बढ़ गयी की उनका चलना फिरना तक भारी हो गया। फिर एक दिन टीवी देखते देखते वे हकीम सुलेमान खान साहब के बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर पहुँचे। सेहत और जिंदगी देखने के बाद उन्हें थोड़ा अजीब लगा। कि ना जाने हकीम जी के नुस्खों से किस प्रकार लोग स्वस्थ हो रहे हैं। उन्होंने सेहत और जिंदगी एक दिन देखा, दो दिन देखा लगातार कई दिन देखने के बाद उन्हें भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों पर यकीन हो गया और उन्होंने दिेये हुए नंबर पर हकीम जी को कॉल कर दिया। उन्होंने हकीम जी को अपनी समस्या बताई और अपने लिए कारगर बूटी जानी। हकीम जी ने उन्हें दर्द के लिए गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। सूबेदार तिवारी जी ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगाया और हकीम जी के बताये हुए निर्देश अनुसार उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। हकीम जी के गोंद सियाह से सूबेदार जी को कम समय में ही आराम लगने लगा। अभी गोंद सियाह को इस्तेमाल करते हुए बस चार महीने ही हुए थे कि उनके घुटनों का दर्द 80 प्रतिशत तक गायब हो गया।

    दयाशंकर तिवारी जी ने जब अपने घुटनों के दर्द में आराम पाया तो उसके बाद उन्हें कुछ और समस्याएँ भी थीं। उनके लिए भी उन्होंने हकीम जी का जैतून का सिरका मंगाया। जैतून के सिरके के इस्तेमाल से भी उन्हें काफी आराम हुआ। दवा को मंगाने के बाद उन्होंने पता किया कि हकीम जी का और कहां क्लीनिक है। लखनऊ में क्लीनिक पता लगने के बाद अब वह हकीम जी की सारी दवाइयां वहीं से लेते हैं। वे खुद तो स्वस्थ हुए ही अब लोगों को सेहतमंद कर रहे हैं। दयाशंकर जी अब तक करीब छः लोगों की मदद कर चुके हैं। वे हकीम जी की लंबी उम्र की दुआएं मांगते हैं और चाहते हैं कि हकीम जी इसी प्रकार लोगों की सेवा करते रहे।

    यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा

    गोंद सियाह क्या है?

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू है। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रखता है।

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    Gond Siyah (Indian Gum Arabic)
    • Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
    • Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5
    आप भी असली गोंद सियाह मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
    011 6120 5320

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