आयुर्वेद इलाज के ज़रिए करें अंगूठे के दर्द को दूर

आयुर्वेद इलाज के ज़रिए करें अंगूठे के दर्द को दूर

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    लिगामेंट में अत्यधिक खिंचाव या चोट के कारण अंगूठे में दर्द पैदा हो जाता है। आयुर्वेद में लिगामेंट को मांस धातु कहा जाता है। वात और पित्त दोष में असंतुलन के कारण लिगामेंट में चोट लगती है जिसके लिए बाहरी कारक जिम्मेदार होते हैं।
    अंगूठे में दर्द में आयुर्वेदिक इलाज बेहद कारगर साबित हो सकता है। इसमें बिना किसी सर्जरी के लिगामेंट की चोट को ठीक करने की कोशिश की जाती है। साथ ही अंगूठे के जोड़ को मज़बूत करने का भी प्रयास किया जाता है जिससे कि भविष्य में इस तरह के दर्द से बचा जा सके।

    आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और उनके उपयोग का तरीका

    आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और उनके उपयोग का तरीका

    अंगूठे में या किसी भी अन्य तरह के दर्द में निम्न आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां फायदेमेंद साबित हो सकती हैं:

    • हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं इसलिए यह सूजन दूर करने में मदद करती है। इसके अलावा यह शरीर से विषैल पदार्थों को बाहर निकालने और ऐंठन दूर करने में भी मदद करता है। इसमें मैगनीज़, पोटाशियम और फॉस्फोरस जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं जो हड्डियों को मज़बूत करते हैं।
      ऐसे करें इस्तेमाल: एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीएं। इससे अंगूठे में सूजन व दर्द से राहत मिलेगी। व्यंजन में या फिश को स्टीम करने के लिए आप हल्दी के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं।
    • अदरक: अपने कई औषधीय गुणों के कारण अदरक को कई रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। यह सूजन और दर्द कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह ऑस्टियोपोरोसिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस के उपचार में भी मदद करता है।
      ऐसे करें इस्तेमाल: अंगूठे में दर्दमें अदरक वाली चाय पीएं। अदरक की चाय बनाने के लिए एक लीटर पानी में एक छोटा चम्मच ग्रीन टी, शहद और अदरक मिलाकर उबाल लें। इसमें नींबू का रस निचोड़कर पीएं। इससे आपको सूजन और दर्द से राहत मिलेगी।
    • अरंडी: यह छोटे कद का फूलों वाला पौधा है जिसमें चौड़ी-चौड़ी पत्तियां होती हैं। अपने औषधीय गुणों के कारण इसे कई बीमारियों के उपचार में उपयोग किया जाता है। अंगूठे में दर्दमें अरंडी के तेल की मालिश काफी फायदेमंद है। यह तेल अरंडी के बीज से बनाया जाता है।
      ऐसे करें इस्तेमाल: अरंडी के तेल को गर्म कर मोच वाली जगह पर धीरे-धीरे मालिश करें। अरंडी के तेल की मालिश अंगूठे के जोड़ को मज़बूत बनाएगी। प्रभावित जगह पर तेल लगाकर हीट थेरेपी भी की जा सकती है। इसके लिए थोड़ा सा तेल लेकर मोच वाली जगह पर लगाएं और उसे सूती कपड़े से ढक या बांध दें। फिर उसके ऊपर हीटिंग पैड या गर्म बोतल रखकर हीट थेरेपी लें। इससे सूजन और दर्द दूर करने में मदद मिलेगी। आप चाहें तो तिल के पत्ते में अरंडी का तेल लगाकर भी मोच वाली जगह पर बांध सकते हैं।
    • सेंधा नमक: सेंधा नमक का रासायनिक नाम मैग्नीशियम सल्फेट है। मेग्नीशियम हमारी कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है। इसके सेवन से मांसपेशियों को आराम मिलता है। उसकी अकड़न व सूजन दूर होती है। इसके अलावा यह शरीर से विषैल पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
      ऐसे करें इस्तेमाल: अपने खाने में सेंधा नमक का उपयोग करें। गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर सिंकाई करें।

    आयुर्वेद के इन हर्बल उपायों से आप अंगूठे में दर्द, हाथ के दर्द, पैर के दर्द को ठीक कर सकते हैं। लेकिन यदि किसी हर्बल उपाय से आराम न मिले तो किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।

    डॉ आलिया

    • 7 Years of Experience
    • (BUMS)

    डॉ आलिया यूनानी चिकित्सा में स्नातक हैं. इन्हें कंधे के दर्द को ठीक करने में महारत हासिल है. इस विधा में इन्हें करीब 6 साल का अनुभव है. अपने इलाज से डॉ आलिया ने कंधे दर्द जैसे रोगों के लिए देश के हज़ारों मरीजों का सफलता से उपचार किया है.

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