हम अपने सारे ज़रूरी काम हाथों के सहारे ही करते हैं। और अगर इसमें ही कोई मोच या खिंचाव आ जाए तो हमारा पूरा दैनिक जीवन प्रभावित हो जाता है। ऐसे में इसका सही उपचार ना हो तो किसी भी काम को करने में समस्या आने लगती है।
हाथों में दर्द का कारण
हाथों में होने वाला दर्द काफ़ी पीड़ादायक होता है। ये आपके दैनिक जीवन के कार्यों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाती है। जब ड्डियां, कार्टिलेज, टेंडॉन्स या मांसपेशियां, नसों को असामान्य रूप से दबाती हैं तो हाथों में दर्द होता है। ऐसे तो हाथों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन आज हम हाथों में दर्द के कुछ सामान्य कारण बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं।
- चोट की वजह से– कई बार हाथों में दर्द का कारण पुरानी चोट भी हो सकती है। यदि आपके हाथों में कभी खेल के दौरान चोट या मोच आई हो तो ये आपके हाथों के दर्द का कारण बन सकता है।
- कार्पल टनल सिंड्रम की बीमारी– कार्पल टनल सिंड्रोम एक तरह की बीमारी है जिसके कारण हाथों की उंगलियों में दर्द, सुन्न पड़ना, और झनझनाहट होने लगता है। ये दर्द रात होते ही अपनी गति पकड़ लेते हैं। जिसके कारण पूरे हाथों में दर्द होता है।
- राइटर क्रैम्प भी है बड़ी वजह– ज्यादा देर तक लिखने में हाथों के इस्तेमाल से भी हाथों में दर्द होने की संभावनाएं हो सकती हैं।
- गाउट से हो सकता है दर्द– गाउट एक तरह का गठिया रोग है। जिसके कारण हाथों के जोड़ों में सूजन आने लगती है। और हाथों में दर्द जैसी समस्या बढ़ने लगती है।
- गठिया के कारण– उम्रदराज लोगों में गठिया की समस्या बढ़ जाती है। जिसके कारण हाथों में दर्द हो सकता है।
हाथों में दर्द के लक्षण
आप किसी भी बीमारी का इलाज तभी करवा सकते हैं। जब आप बीमारी का पता लगा पाएंगे। ऐसे में हाथों के दर्द का लक्षण पहचाना बहुत ज़रूरी है। तो आइए जानते हैं कैसे हाथों में होने वाले दर्द के लक्षण को पहचान सकते हैं।
- यदि आप कार्पल टनल सिंड्रोम के शिकार हैं तो हाथों की उंगलियों में दर्द, और गुदगुदी महसूस होगी। साथ ही हाथ सुन्न भी पड़ने लगेगा।
- हाथों की कलाई और कोहनी में अगर सूजन आ जाए तो समझ जाएं की आपके हाथों में कोई अंदरूनी समस्या अपनी जगह बना रही है।
- यदि इन्फेक्शन के कारण हाथों में दर्द हो रहा है तो हाथ के जोड़ों पर लाली, सूजन और किसी भी काम करने में दर्द का महसूस होगा।
हाथों में दर्द के एलोपैथी उपचार
हाथों की गंभीर चोट के लिए एलोपैथी उपचार ही एक अच्छा विकल्प है। क्योंकि ये उपचार जल्द असर दिखाते हैं। लेकिन एलोपैथी दवाइयां बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए नहीं होती हैं। इन इलाज से केवल बीमारी को संभाला जा सकता है। यदि आपको कोई गंभीर समस्या है जिससे आपको जल्द से जल्द आराम चाहिए तो ऐसे में आपके लिए एलोपैथी उपचार कारगार साबित हो सकता है। लेकिन आपकी कोई पुरानी समस्या है जो आपको दर्द के रूप में परेशान कर रही है तो इसके लिए आप इलाज का कोई और रास्ता जैसे यूनानी, आयुर्वेदिक आदि उपचार ढूंढ़ सकते हैं।
हाथों में दर्द के यूनानी उपचार
एलोपैथी दवाइयों की चका-चौंद में यूनानी दवाइयां तो जैसे विलुप्त ही हो गई हैं। क्योंकि दर्द में तुरंत राहत प्रदान करने के कारण आजकल लोग एलोपैथी इलाज पर ज़्यादा भरोसा रखते हैं। लेकिन शायद लोग इस बात से अनजान हैं कि यूनानी दवाइयां विश्व की सबसे पुरानी उपचार पद्धतियों में से एक है। जिसका काफ़ी महत्व है।
हाथों में दर्द के आयुर्वेदिक उपचार
आमतौर पर लोग आयुर्वेदिक दवाइयों का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं। क्योंकि इन दवाइयों में बीमारी को जड़ से खत्म करने की शक्ति होती है। और ये शरीर को किसी भी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाती है। आयुर्वेदिक दवाइयां अनेक जड़ी बूटियों से मिलकर बनी होती हैं। जो केवल लाभदायक ही नहीं होती बल्कि ये सबसे सस्ता उपचार भी माना जाता है। यदि आप भी हाथों के बार-बार होने वाले दर्द से परेशान हैं तो ऐसे में किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से इन दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हाथों में दर्द के घरेलू उपचार
हमारे किचन में ही कुछ ऐसी औषधियां होती हैं जिसके इस्तेमाल से हम दर्द संबंधी समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं। और इनका इस्तेमाल भी आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने में किया जाता है। तो आइए जानते हैं हाथों के दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय।
- हल्दी और शहद की का मलहम– एक कटोरी में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर उसमें एक बड़े चम्मच शहद मिलाएं। इसे हाथों के प्रभावित स्थान पर लगाकर ऊपर से रूई की पट्टी बांध लें। अब इसे 5 से 6 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें। ये हाथों में खून के बहाव को ठिक करती है। साथ ही सूजन में भी आराम मिलता है।
- आइस पहुंचाएगी राहत– कुछ बर्फ के टुकड़े को सूती कपड़े में डालकर हाथों के प्रभावित हिस्से पर लगाएं। ये प्रक्रिया दिन में 4 से 5 बार करें। ऐसा करने से आपको दर्द में राहत मिलेगा।
- मलहम का करें इस्तेमाल– हाथों के जोड़ो और मांसपेशियों के दर्द के लिए कई तरह के क्रीम, जैल, बाम, या स्प्रे आदि उपलब्ध है। इसे दर्द वाली जगह पर मालिश करने से हाथों के जोड़ों में होने वाले दर्द से आराम मिलता है।
- गर्म सिकाई से मिलेगा आराम– गर्म सिकाई करने के लिए एक बाल्टी गर्म पानी में सूती कपड़े को भीगाकर हाथों के दर्द वाले हिस्से कि सिकाई करें। गर्म सिकाई करने से हाथों की अकड़न में आराम मिलता है।
- वज़न घटाने भी है ज़रूरी– आवश्यकता से अधिक वज़न बढ़ने से शरीर में कई तरह के रोग लग जाते हैं। हाथों में दर्द भी शरीर के अधिक भार के कारण हो सकता है। क्योंकि ज़्यादा भार से हाथों की मांसपेशियों में दबाव बनने लगता है। जिसके कारण इसमें दर्द जैसी समस्या होती है।
मौसम में बदलाव के कारण हाथों में दर्द
मौसम में तो हमेशा ही बदलाव होते रहते हैं। कभी सर्दी तो कभी गर्मी। लेकिन बार-बार मौसम में आने वाले इस बदलाव को झेलने में हमारा शरीर असमर्थ रहता है। जिसके कारण पुराने दर्द भी मौसम बदलने के साथ-साथ जाग जाते हैं। इतना ही नहीं ठंड का मौसम शुरू होते ही कई प्रकार की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। खासतौर पर जोड़ों में दर्द की समस्याओं का तो क्या कहना। ठंड का मौसम आते ही ये बीमारियां जोर पकड़ लेती हैं। खासकर परेशानी तो तब होती है जब हमारी हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो। क्योंकि हड्डियों के कमज़ोर हो जाने के कारण उम्रदराज लोगों को जोड़ों में दर्द संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है।
हाथों में दर्द होने से पहले सावधानी
हाथों का दर्द काफ़ी पिड़ादायक होता है। ये आपके किसी भी काम में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसलिए समझदारी इसमें ही है कि दर्द होने से पहले ही इसकी रोकथाम कर लिया जाए। तो आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप कुछ सावधानियों के द्वारा हाथों में दर्द होने से पहले ही उसे रोक सकते हैं। तो आइए जानते हैं।
- मोटापा नियंत्रित रखें। शरीर के अधिक भार के कारण भी हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
- काम के दौरान हाथों को थोड़ा आराम दें। लगातार काम के लिए हाथों का इस्तेमाल भी दर्द का कारण बन सकता है।
- बार-बार उंगलियों को ना चटकाएं। क्योंकि बार-बार उंगलियों को चटकाने से हड्डियों में खिंचाव आ जाता है। जिसके कारण दर्द होता है।
- सोने के दौरान हाथों को आराम की स्थिति में रखें। क्योंकि कभी-कभार गलत ढंग से सोने के कारण हमारा हाथ दब जाता है। जिसके कारण हाथों में दर्द की शिकायत हो जाती है।
- खेल के दौरान कोई भी क्रिया सावधानी से करें। क्योंकि खेल के समय लगने वाला चोट आजीवन दर्द बनकर आपको परेशान कर सकता है।
होने के बाद रोकथाम
अनेक सावधानियों के बाद भी कई लोग हाथों में दर्द के शिकार हो जाते हैं। जिसके बाद उनका दैनिक जीवन अस्थ-व्यस्थ हो जाता है। यदि आपके हाथों में भी दर्द की समस्या हो गई है। तो घबराइए नहीं आज हम आपको हाथों में दर्द के कुछ रोकथाम बताने जा रहे हैं जिसे आज़माकर आप हाथों में दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
- भारी सामान को उठाने से बचें। क्योंकि अगर आपके हाथों में दर्द की शिकायत है तो भारी सामान उठाने से आपकी समस्या और बढ़ सकती है।
- दर्द वाली जगह पर हल्दी और चूना गर्म कर के लगा लें। सुबह उठकर हटा दें। दर्द में आराम मिलेगा।
- हाथों की एक्सरसाइज़ करें। ऐसा करने से आपको दर्द में राहत मिलेगा।
- क्षतिग्रस्त स्थान की गर्म तेल से मालिश करें। ये सूजन व मांसपेशियों में दर्द की शिकायत को दूर करता है।
- नियमित रूप से अदरक के सेवन से भी आपको दर्द से छुटकारा मिल सकता है। क्योंकि अदरक में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीओक्सीडैन्ट के गुण पाए जाते हैं। जो दर्द जैसी समस्या में काफी लाभदायक होते हैं।
हाथों में दर्द के लिए योग
छोटे मोटे हाथों के दर्द के लिए किसी एलोपैथी इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। इस स्थति में हम दर्द को नियमित व्यायाम द्वारा ठिक कर सकते हैं। तो आज हम आपको बताएंगे की कैसे आप कुछ आसान योग की सहायता से ही हाथों के दर्द से छुटाकार पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं।
- ट्राइसेप्स प्रेस– इसे करने के लिए कुर्सी पर बैठकर अपनी पीठ को सीधा कर लें। अब लगभग 3 से 5 एलबीएस के डम्बुल को उठाकर कोहनी को मोड़ें और सामान्य स्थिति मे ले लाएं। ये योग आपके कोहनी की हड्डियों व मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है।
- शेक हैंड– शेक हैंड करने के लिए अपने दोनों हाथों को आराम की अवस्था में रखें। और इसे ढ़िला छोड़कर शेक करें। ऐसा करते समय ध्यान रखें की आपको अपने हाथों को झटकना नहीं है।
- आर्म रोटेशन– इस योग को करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को अपने बराबर में फैला लें। अब अपने दोनों हाथों को रोटेट करें। ऐसा करने से हाथों की नसों में खून का संचालन ठीक रहता है। और किसी भी तरह के दर्द की शिकायत नहीं रहती है।
- पुश अप– इसे करने के लिए ज़मीन पर पेट के बल लेट जाएं। पैरों को पंजों के सहारे ऊपर उठाएं। अब हाथों की मदद से शरीर के अगले हिस्से से पुश अप करें। रोज़ाना सुबह 10 से 15 बार ऐसा करने से बांह का संतुलन बनाता है। साथ ही ये बाहों की मांसपेशियों को मज़बूत करने में भी मदद करता है।
हाथों के दर्द में खान-पान
शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट लेना बहुत ज़रूरी है। क्योंकि कई बार खानपान ठीक ना होने के कारण शरीर में कई तरह के रोग लग जाते हैं। हाथों में दर्द भी गलत खानपान के कारण हो सकता है। तो आज हम आपको हाथों में दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ उचित आहार बताने जा रहे हैं। जिसे अपने खानपान में शामिल करके आप शरीर को छूने वाले रोगों से निजात पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं। हाथों में दर्द से बचने के लिए कैसे खानपान का चयन करना चाहिए।
- ब्रोकली पहुंचाएगा पोषक तत्व– ब्रोकली में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिससे हाथों की मांसपेशियां स्वस्थ बनी रहती है। साथ ही यदि आपके हाथों में दर्द गठिया के कारण हो रहा है तो इसमें मौजूद कैल्शियम, प्रोटिन और विटामिन-ए आदि गठिया के रोग से छुटकारा दिला सकते हैं।
- प्याज़ से मिलेगा सल्फर– प्याज़ में सल्फर के गुण पाए जाते हैं। जो शरीर को निरोग रखने में बहुत फायदेमंद है।
- साग से बेहतर होगा रक्तचाप- हरे पत्तेदार साग खाने से शरीर का रक्त साफ रहता है। इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनिरल्स, फाइबर और प्रोटीन इसे बेहद फायदेमंद बनाते हैं। खासतौर पर शर्दियों में इसे खाने से हाथों व जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
- बादाम है हेल्दी फैट भरपूर– कई बार हाथों में दर्द का कारण मोटापा भी हो सकता है क्योंकि मोटापे के कारण शरीर में कई तरह के रोग लग जाते हैं। इसके लिए बादाम बहुत फायदेमंद है। क्योंकि बादाम में फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट की भरपूर मात्रा होती है। जो आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास करवाती है।
- दालचीनी पूरी करेगा कैल्शियम की कमी– दालचीनी में फाइबर, कैल्शियम और आयरण पाया जाता है। जिसके सेवन से शरीर व दिमाग दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। इसलिए खाने में दालचीनी को ज़रूर शामिल करें। ये आपके शरीर को हेल्दी रखने में मदद करेगा।
यदि आपके हाथों में भी हमेशा दर्द की शिकायत रहती है तो ये लेख आपके लिए बहुत लाभदायक है।