घुटने का दर्द घरेलू उपाय एक ऐसा सुरक्षित माध्यम है जिससे इंसान की हड्डियां सुरक्षित तो होती ही हैं बल्कि उनमें आई विसंगतियों का भी उपचार हो जाता है। हड्डियों के जोड़ में दर्द किसी भी इंसान को बेहद तकलीफ दे सकता है. वैसे हल्की चोट या मोच के बाद पैरों के बीच स्थित घुटना प्रभावित हो सकता है. अक्सर सही समय पर उपचार ना होने के चलते ऐसी समस्याएं गठिया बाई या अर्थराइटिस का रूप ले लेती हैं.शरीर में तेजी से यूरिया की मात्रा बढ़ने के साथ ही जोड़ों में निकिल जैसे टुकड़े जमा होना शुरू हो जाते हैं. ब्लड में यूरिक एसिड की अधिकता से रोग की स्थति बिगड़ सकती है. हालांकि यह जरूरी नहीं है कि घुटनों में होने वाला दर्द हर परिस्थितियों में गठिया ही हो. कई बार एक जगह खड़े या बैठकर देर तक काम करने के दौरान भी इस तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है.
लिगामेंट में सूजन या मांसपेशियों में आए खिंचाव से होने वाला घुटनों का दर्द घरेलु उपाय के माध्यम से काफी हद तक कम किया जा सकता है. इस लेख के माध्यम से हम घुटना दर्द से सम्बंधित मुख्य कारण और उसके घरेलू उपायों पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि किस तरह से इसे अपनाकर दर्द को कम किया जा सकता है.
घुटनों से सम्बन्धित मुख्य कारण और जटिलताएं
देर तक जागने की आदत इंसान को अवसाद ग्रस्त बना देती है. अवसाद में डूबा व्यक्ति हड्डियों का रोगी हो जाता है. शरीर में लगातार कब्ज की शिकायत या वात रोग भी हड्डियों के बड़े दुशमन माने जाते हैं. चोट या मोच से लिगामेंट में सूजन के साथ ही नर्म ऊतकों की क्षति सहित मांसपेशियों में सूजन और खिंचाव से भी ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं. एक सर्वे के मुताबिक़ खान पान का हड्डियों पर सबसे ज्यादा असर होता है. जीवनशैली में अचानक हो रहे बदलाव और जंकफूड खाने की खराब आदतें इंसानी हड्डियों को बड़ा नुकसान पहुंचाती हैं. इस तरह के आदि हो चुके मनुष्यों के भीतर विटामिन डी का स्तर लगातार घटता जाता है. धूम्रपान या फिर मदिरापान की गलत लत भी शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम करने के कारक माने जाते हैं. यदि इन सब दोषों से ग्रस्त मानव समय से घुटनों का उपचार ना कराये तो यही उसे लिए प्राणघातक बन जाता है.
दूध और हल्दी मिटाए घुटनों के दर्द।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व ऐसा एन्टी ऑक्सीडेंट है जो शरीर को कैल्शियम तो देता ही है बल्कि शरीर से यूरिक एसिड जैसे तत्वों को भी बाहर निकलने का काम करता है। हल्दी को कई रूपों में प्रयोग किया जा सकता है। हल्की चोट या मोच के दौरान खून के थक्के जम जाते हैं। हल्दी और प्याज को पीसकर सरसों जेल में पकाएं और घुटनों पर सूती कपड़े से बांध लें। इसे 3 से चार दिन लगातार बांधने से दर्द और सूजन कम हो जाती है। इसके अलावा हल्दी एक चुटकी को एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर पीने से हड्डियों की समस्या से निजात मिलती है। इसके अलावा गठिया जैसे रोगों के दौरान हो रहे दर्द को कम करने के लिए हल्दी के साथ थोसी सी मात्रा में सोंठ पीसकर घुटनों पर लेपन करने से बेहद लाभ प्राप्त होता है। यह उपाय मरीज को रोजाना करना चाहिए।
नारियल का प्रयोग कम कर सकता है घुटने का दर्द।
नारियल कई रूपों में हमें उपलब्ध हो जाता है। सूखा नारियल की 10 से 20 ग्राम मात्रा रोजाना सेवन करने से हड्डियों को नई मजबूती मिलती है और जोड़ों के दर्द में आराम भी प्राप्त होता है। नारियल की चटनी बनाकर खाने से भी स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। यह पदार्थ त्वचा के लिए ही बेहद लाभकारी होता है। गर्मियों के मौसम में जब इंसान का शरीर निर्जलीकरण की तरफ बढ़ना शुरू हो तब भी नारियल पानी का सेवन काफी असरदार साबित हो सकता है। नारियल पानी को हम किसी भी समय प्रयोग कर सकते हैं। इससे शरीर में पानी का स्तर सामान्य हो जाता है और हड्डियों को नई ऊर्जा भी प्राप्त होती है। नारियल पानी के सेवन से स्वेत रक्तकणों का शरीर में बढ़ना देखा गया है। स्वेत रक्त कणिकाएं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने का काम करती हैं।
चोट के दौरान करें बर्फ से सिंकाई।
घुटनों में चोट या मोच लगने के दौरान बर्फ से सिंकाई करना बेहद लाभ पहुंचाता है। बर्फ ऐसा ठोस कार्बन डाइऑक्साइड होता है जो मांसपेशियों में खिंचाव को कम करने का काम करता है। घुटना दर्द में घरेलू उपाय के लिए इसका प्रयोग बेहद महत्वपूर्ण होता है। हल्के हाथों से आइस क्यूब को चोट वाली जगह पर रखकर उठाते रहें। ऐसा 5 मिनट तक करने से मांसपेशियों में रक्तसंचार तीव्र होता है और रक्त के थक्के नही जमते। बर्फ से सिंकाई तब तक करें जब तक सूजन कम ना हो जाएं। इससे दर्द में भी बेहद आराम प्राप्त होता है।
घुटना दर्द में बेहद लाभदायक है अरंड।
घुटना का दर्द घरेलू उपचार के लिए अरंड बेहद लाभ की वस्तु है। अरंड का तेल सहित इसकी पत्तियां दर्द को भगाने में बेहद लाभ देती हैं। एक से दो चम्मच अरंड के तेल को गर्मकर घुटनों पर मालिश करें। घुटनों पर हल्के हाथ से करीब 5 से 7 मिनट तक यह प्रक्रिया दोहराते रहें। ऐसा दिन में करीब 3 से 4 बार दोहराएं। इससे दर्द और सूजन दूर होने लगता है। अरंड के पत्ते को घुटनों के जोड़ों पर बांधना काफी लाभकारी होता है। 3 से 4 अरंड के पत्तों को हल्की आंच पर गर्म कर सरसों का तेल लगा लें। अब इन पत्तों को घुटनों पर रखकर सूती कपड़े या बैंडेज से बांध दें। रात भर इसे बंधे रहने दें। ऐसा करने से घुटनों की सूजन और दर्द समाप्त होने लगती है। अरंड की पत्तियों में मौजूद प्राकृतिक तत्व जहां दर्द कम करता है तो वहीं नर्म ऊतकों को भी सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है। इसे आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह तत्व आसानी से प्राप्त हो जाता है।
घुटना का दर्द घरेलू उपचार सम्बन्धित जरूरी सुझाव।
घुटना दर्द का घरेलू उपाय के लिए ऊपर दिए तरीके वाकई बेजोड़ हैं लेकिन यदि दर्द ज्यादा बढ़ जाये तो तुरंत चिकित्सक की सलाह पर जांच कराएं और दवाओं का नियमित सेवन करें। ज्यादा ठंडे पानी को पीने से बचें और नियमित व्यायाम करते रहें।