आहार के इन नियमों को अपनाने से गर्मियों में नही सताएगा पैर दर्द

आहार के इन नियमों को अपनाने से गर्मियों में नही सताएगा पैर दर्द

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    गर्मी में पैर दर्द में खानपान की गुणवत्ता बनाये रखना जहां एक बड़ी चुनौती होती है तो दूसरी तरफ शरीर में लगातार निर्जलीकरण का खतरा भी बना रहता है. आमतौर पर मांशपेशियों को आराम न मिलने के चलते पैरों में ऐंठन होने लगती है। ऐसी तकलीफें खिंचाव या फिर हलकी मोच की वजह से भी बन सकती हैं. अक्सर पैरों में दर्द सुबह या रात के समय देखा जा सकता है। आमतौर पर यह समस्या जटिल तो नहीं होती लेकिन कई बार इसकी जटिलताएं इंसान को बेहद असहाय बना देती हैं. एक जगह खड़े होकर काम करने या फिर देर तक कुर्सी पर बैठे रहने से भी पैरों की नसों में जकड़न हो जाती है. मोटापा बढ़ने के चलते मांशपेशियों में खिंचाव और रक्तसंचार की गति धीमा या कुंद पड़ने से दर्द या झुनझुनाहट का अहसास होने लगता है। गर्मियों के मौसम में बहती पुरवा हवा पुरानी चोट को उभारकर दर्द बढ़ाने का काम करती है. बदलते मौसम से नर्म ऊतकों में सूजन और मांसपेशियों में खिचाव दर्द की छटपटाहट को तीव्र बना सकता है. एक ज़माना था जब यह तकलीफ बुजुर्गों की बढ़ती उम्र के चलते हड्डियों के कमजोर होने के चलते हुआ करती थी लेकिन यह समस्या अब आम हो चुकी है. एक हेल्थ सर्वे के मुताबिक़ देश में महिलाओं को यह समस्या पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा हुआ करती है. दुनिया में उपचार की कई विधाएँ मौजूद हैं जिनके सटीक प्रयोग से काफी हद तक ऐसी समस्याओं पर काबू पाया जा सकता है लेकिन खान पान ऐसा कारक है जिससे किसी भी तरह की मर्ज पर आसानी से बिना किसी साइड इफेक्ट कंट्रोल किया जा सकता है. इस लेख के माध्यम से हम गर्मियों में पैर की हड्डियों संबंधित रोग के लिए खानपान किस तरह का रखें इस पर चर्चा करेंगे।

    पैर दर्द सम्बंधित मुख्य जटिलताएं

    पैर दर्द सम्बंधित मुख्य जटिलताएं

    पैरों का दर्द कई वजहों से हो सकता है. आम तौर पर हल्की चोट या मोच के चलते लिगामेंट में सूजन या नर्म ऊतकों में संक्रमण के चलते स्थितियां जटिल हो जाती हैं। साधारण दर्द तो हल्का मसाज या फिर सिंकाई के चलते समाप्त हो जाता है लेकिन रूमेटाइड या गठिया रोगों में इसकी जटिलता बेहद दुष्कर हो जाती है. ऑटो इम्यून रोगों के चलते हड्डियों के जोड़ बेहद कमजोर हो जाते हैं. ऐसी समस्याएं अक्सर पैरों से ही निकलकर पूरे शरीर में घर बना लेती हैं. दवाओं के अंधाधुंध प्रयोग से भी पैरों की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. हलके दर्द के दौरान भी बिना डॉक्टर की सलाह के लगातार दर्द निवारक गोलियों का सेवन जहां हड्डियों को क्षति पहुंचाता है तो दूसरी तरह इससे कई अन्य विसंगतियां भी हो जाती हैं जो आगे चलकर जीवन के लिए ख़तरा हो सकती हैं.

    गर्मी में पैर में दर्द के लिए खानपान में अपनाएं मौसमी और ताजे फल

    गर्मी में पैर में दर्द के लिए खानपान में अपनाएं मौसमी और ताजे फल

    गर्मीं में पैर में दर्द का खान पान के लिए ताजे फलों का सेवन बेहद फायदा पहुंचाता है. इस मौसम में खीरा का सेवन शरीर को नई ऊर्जा प्रदान करता है। खीरे के साथ ताजी ककड़ी का भी सेवन लाभ दे सकता है। गर्मियों में आम एक सबसे उपयोगी फल साबित हो सकता है हालांकि यह बरसात के मौसम में ताजा पेड़ से गिरने के बाद ही सेवन करना लाभदायक साबित ही सकता है। मौसमी फलों में इन दिनों अमरूद भी अहम है। अमरूद में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। गाजर एक ऐसा तत्व है जिसका जूस हड्डियों के लिए बहुत उपयोगी होता है। मूली एक ऐसा पदार्थ है जो वात रोगों का तो दुश्मन है ही बल्कि ठंडाई के मामले में भी बेहद मशहूर है। मिक्स फ्रूट जूस का सेवन भी हड्डियों के लिए औषधि से कम नही है।

    पैर दर्द में करें हरी पत्तेदार सब्जियों का भरपूर सेवन।

    पैर दर्द में करें हरी पत्तेदार सब्जियों का भरपूर सेवन

    गर्मी में पैर दर्द में खान पान के लिए मूली का साग बेहद फायदा पहुंचा सकता है। इसके अलावा कच्चे तौर ओर इसका सलाद शरीर को फायबर और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा उपलब्ध कराता है। गाजर को सलाद में प्रयोग किया जा सकता है। इसके अलावा इनका जूस हड्डियों के जोड़ों में मौजूद नर्म ऊतकों की सुरक्षा करने का काम करता है। एक गिलास गाजर का जूस रोजाना पीने से हड्डियों की मांसपेशियों को नई ताकत प्राप्त होती है तो दूसरी तरफ हड्डियों के जोड़ मजबूत होते हैं। पालक एक ऐसा तत्व है जो गर्मियों के मौसम मे आसानी से प्राप्त हो जाता है। पालक को साग बनाकर खाने से काफी लाभ होता है। फिर इसका जूस पीना हड्डियों में मौजूद यूरिक एसिड को बाहर निकालने का काम करता है। हरी सब्जियों में गोभी एक ऐसा तत्व है जिसमें प्रचुरता के साथ कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। पत्तेदार गोभी को उबालकर खाने से या फिर कच्चा उपयोग करने से शरीर में कैल्शियम की भारी मात्रा की आपूर्ति होती है।

    मिर्च मसाले वाली चीजों से करें परहेज।

    मिर्च मसाले वाली चीजों से करें परहेज

    गर्मी में पैर दर्द में खानपान के तहत मसाले वाली चीजों से परहेज रखना भी बेहद महत्वपूर्ण होता है। लाल मिर्च सहित गरम मसलों के सेवन से जहां भोजन काम हजम होता है तो दूसरी तरफ शरीर में यूरिया की मात्रा के बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में उबली हुई साग सब्जियों का सेवन तली हुई चीजों की अपेक्षा ज्यादा लाभ दे सकती हैं। ज्यादा तैलीय पदार्थों का सेवन मोटापे का कारण बन सकता है जो किसी भी लिहाज से हड्डियों के जोड़ों के लिए सही नही है। इसके अलावा फ़ास्ट फ़ूड से बचने की जरूरत होती है। फ़ास्ट फ़ूड में मौजूद तत्व हड्डियों के लिए बड़े दुश्मन होते हैं। जंक फूड का गर्मी में इस्तेमाल करने से बचने की जरूरत होती है।

    गर्मी में पैर दर्द में खानपान सम्बंधी जरूरी सलाह।

    गर्मियों में शरीर से पानी की मात्रा का कई रूपों में शरीर से बाहर निकलना लगा रहता है। शरीर में कभी भी पानी की कमी ना होने दें। कभी बि ज्यादा ठंडा पानी ना पियें यह शरीर के हड्डियों के लिए बड़ा दुश्मन होता है। पानी की नॉर्मल मात्रा का सेवन करना चाहिए। ऊपर दिए गए नुस्खे वाकई काफी असरदार हैं लेकिन दर्द के बढ़ने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेकर दवाओं का सेवन सर्वोपरि होता है।

    डॉ अनस

    • 6 Years of Experience
    • (BUMS)

    मैं डॉ अनस यूनानी चिकित्सा पद्धति में बैचलर हूँ। जोड़ों के दर्द ( Joints pain) और बैक पेन ( back pain) पीठ दर्द, रीढ़ की हड्डी में दर्द जैसी समस्या के उपचार में मुझे 5 साल का अनुभव है। मैनें अपने उपचार से हजारों रोगियों को एक नया जीवन प्रदान

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