पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत पाने के लिए अपनाएं ये उपचार

पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत पाने के लिए अपनाएं ये उपचार

हमारे डॉक्टर से सलाह लें

    शरीर में दर्द किसी भी अंग में हो, पीढ़ा बहुत देता है। दर्द अपने साथ कई तरह की दिक्कतें भी लेकर आता है। इन्हीं में से एक है पीठ दर्द, जिसकी समस्या आमतौर पर कई लोगो में देखने को मिल जाती है। जब किसी व्यक्ति को पीठ दर्द होता है तो उसे रोज़मर्रा के कई कामों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर से पीठ के निचले हिस्से में होने वाला दर्द काफी पीढ़ा देता है। पीठ के निचले हिस्से में दर्द से पीठ में खिंचाव, दर्द और अकड़न महसूस होने लगती है। यूं तो इस प्रकार का दर्द कुछ दिनों या महीनों में ठीक हो जाता है लेकिन कभी-कभी किसी को यह दर्द लंबे समय तक परेशान करता है।
    पीठ के निचले हिस्से में दर्द अचानक गिरने से, किसी वजह से चोट लगने या किसी चिकित्सकीय परेशानी की वजह से हो सकता है। इस दर्द से ज़्यादातर हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार ज़रूर गुज़रता है। हालांकि यह पीठ का दर्द 28 से 58 साल वाले लोगों में ज़्यादा देखने को मिलता है। ऐसे में अगर आप भी पीठ के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से परेशान हैं तो यहां आपको इसके होने के पीछे के कारण, लक्षण और उपचार जानने को मिलेंगे। तो आइए सबसे पहले जानते हैं पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के कारण

    पीठ के नीचे होने वाले दर्द के कारण

    पीठ के नीचे होने वाले दर्द के कारण

    आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। हो सकता है इन कारणों की वजह से होने वाला पीठ या कमर दर्द कुछ समय के लिए ही हो लेकिन इसके लंबे समय तक बने रहने की संभावना भी हो सकती है और यह गंभीर बीमारी का भी रूप ले सकती है। ऐसे में आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के कारणों के बारे में पता होना चाहिए जो इस प्रकार हैं

    • मांसपेशियों में खिंचाव व अकड़न का महसूस होना- अचानक से किसी कार्य को करते समय या बैठते समय या लेटते वक्त, उठते वक्त मांसपेशियों में होने वाला खिंचाव और अकड़ होना पीठ दर्द का कारण हो सकता है।
    • अचानक से पीठ या कमर से जुड़ी हुई कोई गतिविधि गलत तरीके से करना।
    • डिस्क के टूट जाने पर पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है
    • डिस्क के में उभार आना
    • गठिया का एक प्रकार जिसे ऑस्टियोआर्थराइटिस कहा जाता है, से जूझना।
    • रीढ़ की हड्डी में टेड़ापन आना।

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के लक्षण

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के लक्षण

    पीठ के नीचे होने वाले दर्द के लक्षण इसके शुरूआती दौर में ही समझ आने लगते हैं। अगर इसके बढ़ने से पहले ही इस पीढ़ा को गंभीरता से ले लिया जाए और इसे बढ़ने से रोक दिया जाए तो आप बड़ी बीमारी से बच सकते हैं। ऐसे में आपको पीठ दर्द होने के लक्षणों के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है। आइए जानते हैं कौन से हैं वो लक्षण

    • वजन अचानक से घटने लगना
    • कमर में सूजन आ जाती है और लगतार दर्द का एहसास होना।
    • कमर दर्द का धीरे-धीरे पैरों तक पहुंचना
    • कमर पर किसी चोट का लगना और उसे नज़रअंदाज़ करना
    • अनजाने में पेशाब का हो जाना

    क्या हैं पीठ के निचले हिस्से में हो रहे दर्द के उपचार

    आमतौर पर पीठ दर्द या पीठ के निचले हिस्से में होने वाले दर्द को लोग बाम लगाकर या पेन किलर खाकर या सिकाई करके दूर कर लेते हैं और काफी केसों में यह दर्द सही भी हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि ये दर्द इन आम उपचारों में सही नहीं हो पाता और लंबे समय के लिए रह जाता है। ऐसे में प्रभावित व्यक्ति को सही और परमानेंट इलाज अपनाना चाहिए। इन पीठ दर्द के उपाचारों में आर्युवेदिक उपचार, यूनानी उपचार, एलोपैथिक उपचार और होम्योपैथिक उपचार शामिल है-

    आर्युवेदिक उपचार से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    आर्युवेदिक उपचार से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक इलाज को हर रोग का खात्मा करने के लिए जाना जाता है। आज भी कई लोग आयुर्वेदिक इलाज को ही बीमारियां दूर करने का बेहतर विकल्प समझते हैं। ऐसे में पीठ दर्द को दूर करने के लिए कुछ ऐसी औषधियां हैं जो आपको इस समस्या से निजात दिलाने में आपकी मदद करेंगी।

    पीठ में दर्द महसूस होने पर आप दशमूल का काढ़ा सुबह-शाम पी सकते हैं। इससे आपको दर्द में राहत मिलेगी।

    गेहूँ के दानों को रात में पानी में भिगो लें। सुबह उठने के बाद खसखस और धनिये के दानों को दूध में मिला लें और अच्छे से पीसकर चटनी बना लें। तैयार किए गए मिश्रण को आप हफ्ते में दो बार प्रभावित हिस्से में लगा सकते हैं।

    पीठ दर्द में आयुर्वेदिक महाविषगर्भ तेल और महानारयण तेल का मिश्रण भी फायदामंद है। आयुर्वेदिक इलाज अपनानें से पहले आपका किसी जानकार से सलाह लेना ज़रूरी है।

    यूनानी उपचार से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    यूनानी उपचार से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    यूनानी उपचार भी लगभग आयुर्वेदिक उपचार के जैसे होता है। इसमें भी तरह-तरह की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इसमें इस्तेमाल की जाने वाली औषधियां आयुर्वेदिक से थोड़ी अलग होती हैं और इनका प्रयोग करने का तरीका भी अलग होता है। यूनानी चिकित्सा का असर तब ही अच्छे तरीके से होगा जब आप इसे सही ढ़ंग से अपनाएंगे।

    एलोपैथिक इलाज से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    एलोपैथिक इलाज से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    एलोपैथिक इलाज को आप डॉक्टक की सलाह के मुताबिक अपना सकते हैं। बिना सलाह के दवाईयों का सेवन करना आपके लिए हानिकारक साबति हो सकता है। पीठ के नीचे वाले हिस्से में हो रहे दर्द के लिए आप नॉन स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स ले सकते हैं। इनमें आप इबुप्रोफेन और ओटीसी जैसी दवाईयां खा सकते हैं। अगर इनसे आपको राहत नहीं मिलती है तो आप डॉक्टर के परामर्श के पर एनएसएआईडी ले सकते हैं। अगर दर्द गहरा नहीं है तो आप कोडीन या हाइड्रोकोन जैसी दवाईयां ले सकते हो। दर्द से और सूजन से राहत पाने के लिए आप कोर्टीसन इंजेक्शन लगवा सकते हैं।

    होम्योपैथिक इलाज से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    होम्योपैथिक इलाज से पीठ के निचले हिस्से के दर्द को करें दूर

    जो लोग आयुर्वेदिक इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी -बूटियां या यूनानी चिकित्क में प्रयोग की जाने वाली औषधियों को अपनाने में कतराते हैं या जो लोग एलोपैथिक इलाज में खाई जाने वाली दवाईयों के सेवन से बचना चाहते हैं वह होम्योपैथिक उपचार को अपनाते हैं। होम्योपैथिक इलाज को अपनानें में सयंम की ज़रूरत होती है क्योंकि इसका असर धीरे-धीरे होता है। लेकिन यह फायदेमंद भी बहुत होता है।

    महिलाओं में पीठ के निचले हिस्से में दर्द

    महिलाओं में पीठ के निचले हिस्से में दर्द तब ज़्यादा बढ़ जाता है जब वह मानसिक धर्म से गुज़र रहीं होती हैं या गर्भवती होती हैं। आमतौर पर बात की जाए अचानक से किसी भारी वस्तु को उठाने की वजह से या गलत मुद्रा में सोने की वजह से भी महिलाओं में पीठ या कमर दर्द की समस्या देखने को मिलती है। इसके अलावा हाई हील्स को नियमित रूप से पहनने से भी रीढ़ की हड्डी में प्रभाव पड़ता है और पीठ में दर्द महसूस होने लगता है। अन्य कारणों की बात करें तो वह महिलाएं जो वर्किंग हैं और दिनभर एक जगह बैठकर काम करती हैं, ऐसी महिलाओं को भी पीठ या कमर दर्द का अनुभव ज़्यादा होता है।

    पुरूषों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द

    पुरूषों में पीठ दर्द नियमित जिम में अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज़ करने की वजह से और तरह-तरह के भार को उठाने की वजह से हो सकता है। ऐसे पुरूष जिनकी जॉब दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठने की है, उन पुरूषों में भी पीठ दर्द की समस्या देखने को मिलती है। इसके अलावा जो पुरूष दिनभर फील्ड पर रहते हैं और बाइक या कार चलाते रहते हैं, उनकी पीठ और कमर सीधी मुद्रा में बहुत कम रह पाती है और वह दर्द के शिकार हो जाते हैं।

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने से पहले सावधानी

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने से पहले सावधानी

    • अगर आप चाहते हैं कि आपको पीठ दर्द की समस्या न हो तो आप इन बातों का ध्यान अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में रखें
    • किसी भारी वस्तु को गलत ढ़ंग से न उठाएं।
    • सही मुद्रा में लेटे, सोएं और बैठें।
    • ज़्यादा देर तक न खड़े रहें और न ही बैठें रहें।
    • व्यायाम व आसनों को सही ढ़ंग से करें।
    • महिलाएं पीरियड्स के दौरान हीटिंग पैड से सिकाई करती रहें।
    • खेलकूद के दौरान ध्यान रखें कि पीठ या कमर के बल न गिरें।
    • महिलाएं हील्स का नियमित रूप से सेवन करने से बचें
    • गर्भवती महिलाएं बढ़ते वजन के साथ रोजमर्रा की ज़िंदगी में सावधानी बर्तें।

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने के बाद सावधानी

    अगर आप भी पीठ के निचले हिस्से में दर्द के शिकार हो जाएं तो नीची दी गई बातों का ध्यान रखें

    • दर्द होने पर ज़्यादा देर तक ना खड़े रहें।
    • जितना हो सके उतना आराम करें।
    • पीठ के बल लेटने से बचें।
    • झुकने से बचें।
    • भारी वस्तुओं को न उठाएं
    • दर्द के शुरूआती दौर में ही इसका इलाज कर लें।

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर खान-पान में बर्तें सावधानी

    पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर खान-पान में बर्तें सावधानी

    • संतुलित आहार को अगर नियमित रूप से लिया जाए और योगा या व्यायाम को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए तो पीठ या कमर दर्द होने की संभावना कम हो जाती हैं और अगर आप इस पीढ़ा से गुज़र रहें हैं तो उसके खत्म होने की भी संभावनाएं रहती हैं। ऐसे में पीठ या कमर दर्द होने पर क्या खाएं क्या नहीं, आइए जानें
    • पीठ या कमर दर्द होने पर आप गाजर का जूस, बीट का रस , वॉटरमेलन शेक, रेड वाइन, अनार का जूस पी सकते हैं। इससे आपको दर्द में राहत मिलेगी।हरी सब्ज़ियों का नियमित रूप से सेवन भी आपको दर्द से राहत दिलाएगा। हरी सब्ज़ियां हर प्रकार के दर्द को दूर करने में सहायक होती हैं और शरीर को अंदर से भी मज़बूत बनाती हैं। इसलिए अपने आहार में हरी सब्ज़ियों को शामिल करना न भूलें। कोशिश करें कि पालक, ब्रोकली, करेला, गोभी या अन्य पत्तेदार सब्ज़ियां आपके आहार में शामिल हों।
    • शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी3 और विटामिन सी, कैल्सियम और फास्फोरस से भरपूर आहार का सेवन करवाएं। इससे आपक चुस्त रहेंगे और दर्द आपसे दूर भागेगा।

    अगर आपको भी पीठ के निचले हिस्से में दर्द सता रहा है और आप इससे निजात पाना चाहते हैं तो ऊपर दी गई बातों को फॉलो करें या अगर आप नहीं चाहते हैं कि आपको पीठ या कमर में दर्द हो तो रोज़मर्रा की ज़िंदगी में ऊपर दी गई सावधानियों को बर्तें।

    डॉ आकांक्षा

    • 7 Years of Experience
    • (BHMS)
    • Quora

    मै डॉ आकांक्षा होम्योपैथिक चिकित्सा में बैचलर हैं. इन्हें जॉइंट्स पेन (जोड़ों का दर्द) और बैक पेन (पीठ दर्द) जैसे रोगों का विशेषज्ञ माना जाता है. इन्होने अपने उपचार से देश के हजारों मरीजों को नया जीवन दिया है. डॉ आकांक्षा को जॉइन्स पेन( जोड़ों का दर्द) और बैक पेन

    हमारे डॉक्टर से सलाह लें