दर्द की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा ठंडी चीज़ों के सेवन जैसे आईसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक आदि के सेवन से भी गले में दर्द बढ़ सकता है। गले में दर्द की दवाईयों के सेवन से बेहतर है आप खानपान की आदतों में बदलाव करें।
गले के दर्द में कुछ ऐसा करें खान-पान
बदलते मौसम और जीवनशैली के कारण लोग रोगों से अधिक ग्रस्त हो जाते हैं। अगर खान-पान का ख्याल रखा जाए तो इन सभी परेशानियों से आसानी से निपटा जा सकता है।
- ज़्यादा तला हुआ ना खाएं। इससे गले का दर्द बढ़ जाता है।
- कोशिश करें कि ताज़ा और गर्म भोजन ही खाएं।
- गले में दर्द है तो ठंडी चीज़े जैसे आईसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक आदि से परहेज़ करें।
- अधिक मसाले वाले खाने से दूरी बना लें।
- धनिया के 4-5 दाने लेकर चबा लें। इससे गले के दर्द से राहत मिलेगी।
- अगर आपके गले में इंफेक्शन है तो उसे ठीक करने के लिए आप गले की सिकाई करें। इसके लिए आप रोज चाय और सूप जैसी गर्म चीजें पी सकते हैं।
- चिकन सूप में कुछ खास तत्व पाएं जाते हैं। इसे पीने से गले की सूजन कम होने लगती है। ये गले में जमे बलगम को भी साफ कर देता है।
- चाय में शहद मिलाकर पीने से गले की बीमारी ठीक हो जाती है। शहद एक ऐसा प्राकृतिक तत्व है जिसमें तमाम ऐसे गुण होते हैं जो किटाणुओं को खत्म करता हैं। इसे रोज़ाना पीने से कफ भी नहीं जमता।
- आप चाय में पुदीना डालकर भी पी सकते हैं। ये आपके गले की परेशानी को तुरंत ठीक कर देगा। हालांकि ऐसा माना जाता है कि पुदीना केवल पेट की परेशानी को ही ठीक करता है।
- मार्शमैलो का सेवन करें। चाय के साथ भी इसे ले सकते हैं। इसका प्रयोग काली खांसी, ठंड और गले की खराश को दूर करने के लिए किया जाता है। इससे गले की खराश व सूजन दूर हो जाती है।
- खट्टे खाद्य पदार्थ जैसे इमली, अचार और जितने भी खट्टे फल कम खाएं। इन्हें खाने से गले में दर्द और खराश होने लगती है।
- सूखे मेवे खाने से आपके गले में दर्द बढ़ेगा। यदि खाने की इच्छ के भी तो उसे पानी में भिगो कर या पीस कर खाएं।
इस लेख से आप अपने आहार में बदलाव करके गले की खराश को दूर कर सकते हैं। साथ ही गले की समस्या से निजात पा सकते हैं।