इन आयुर्वेदिक उपचारों से पाएं टखनों के दर्द से निजात

इन आयुर्वेदिक उपचारों से पाएं टखनों के दर्द से निजात

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    आजकल इस भागदौड़ भरी जिंदगी में टखनों में दर्द या पैरों में दर्द होना एक आम बात है। क्योंकि हम सभी भागदौड़ पैरों के द्वारा ही करते हैं। जिसके कारण टखनों पर और गुठनों पर दबाव पड़ता है और दर्द होने लगता है। ज़्यादातर टखने में दर्द मोच, फ्रेक्चर, और अर्थराइटिस के कारण होता है। लेकिन कई बार बढ़ती उम्र के साथ-साथ भी इसमें दर्द की समस्या आ जाती है।
    इसके अलावा बच्चों की बात करें तो आजकल इनके टखनों में भी काफ़ी दर्द की शिकायत रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पूरा दिन भागदौड़ वाले खेल खेलने के कारण बच्चों के टखने पर जोर पड़ने लगता है। जिसके बाद इनमें सूजन आ जाती है। और धीरे-धीरे ये सूजन दर्द में बदलने लगते हैं

    टखने में दर्द के आयुर्वेदिक उपचार

    टखने में दर्द के आयुर्वेदिक उपचार

    आज के समय में भी जहां एलोपौथिक दवाइयों का इतना बोल-बाला है फिर भी लोग आयुर्वेदिक इलाज पर ज़्यादा भरोसा रखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आयुर्वेदिक दवाइयों का शरीर में किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता हैं। तो आज हम आपको टखने में दर्द से छुटकारा पाने के कुछ आयुर्वेदिक उपचार में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियां बताने जा रहे हैं जो इस प्रकार हैं

    • अमृता सत्व- अमृता सत्व यानी गिलोय। गिलोय के पत्तों में अमृता सत्व निकलता है। जिसका इस्तेमाल टखने व घुटने दर्द को दूर करने में किया जाता है। इनमें सूजन कम करने, दर्द में आराम दिलाने व शुगर को नियंत्रित करने की शक्ति होती है।
    • गोदंती भस्म- इस औषधी में हड्डियों को मजबूत करने की शक्ति होती है। इसे गोदंत इसलिए कहते हैं क्योंकि ये दिखने में गाय की दांत की तरह होता है। इस दवा में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। जो टखनों के दर्द से छुटकारा पाने में मदद करता है।
    • चंद्रप्रभावटी- ये जोड़ों के दर्द का एक रामबाण इलाज है। ये कई तरह की जड़ी-बूटियों से मिलकर बना होता है। जो टखनों में दर्द के साथ-साथ यूरिक एसिड को भी नियंत्रण में रखता है।

    ऊपर बताई गई दवाइयां खासकर जोड़ों में दर्द के उपचार के लिए है। ये कई तरह की औषधियों से मिलकर बना है। इनके सेवन के दौरान अचार, खिरा, अरबी आदि का सेवन ना करें। ऐसा करने से ये आयुर्वेदिक दवाइयां आपके दर्द में कोई असर नहीं दिखाएंगी।

    डॉ नीतू

    • 6 Years of Experience
    • (BHMS)

    डॉ नीतू होम्योपैथी चिकित्सा से स्नातक हैं. इनके इलाज से घुटना दर्द के हज़ारों मरीज ठीक हुए हैं. इन्हें इस विधा में 5 साल का अनुभव है. होम्योपैथी को लेकर आम समझ यही है कि यह केवल मामूली बीमारियों के उपचार में ही कारगर है. इसके अलावा होम्योपैथी चिकित्सा के

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