टखनों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए करने होंगे ये उपचार

टखनों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए करने होंगे ये उपचार

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    टखनों में दर्द होने की वजह एक छोटी सी मोच भी हो सकती है या ज़्यादा भागदौड़ करने की वजह से भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन बात गंभीर तब हो जाती है जब टखनों में दर्द गठिया जैसे रोग की वजह से होता है। इसके अलावा थकान व सूजन के कारण भी इस इस दर्द का अनुभव किया जा सकता है। ऐसे में टखने के दर्द का सही कारण जानकर उसका उपचार सही समय पर करना ज़रूरी होता है। क्योंकि टखनों में हो रहे दर्द को मामूली समझकर नज़रअंदाज करना आपको चलने-फिरने में असमर्थ बना सकता है।

    क्यों होता है टखनों में दर्द?

    क्यों होता है टखनों में दर्द

    वैसे तो टखने में दर्द के कई कारण हैं लेकिन अधिकांश ये मोच, चोट आदि के कारण ज़्यादा होता है। ऐसे में अगर आपको भी हमेशा टखनों में दर्द की शिकायत रहती है तो चलिए जानते हैं टखने में दर्द होने के क्या कारण हैं–

    • मोच- मोच लगने के कारण टखनों में दर्द की समस्या ज़्यादा होती है। क्योंकि मोच लगने से टखनों के लिगामेंट्स को नुकसान पहुंचता है और उसमें सूजन आने लगती है जिसके ज़्यादा बढ़ने से टखने में दर्द शुरू हो जाता है।
    • हड्डी बढ़ना- ज़्यादा तंग जूते पहनने व दबाव के कारण पैरों के अंगूठों में गांठ बनने लगती है। यह गांठ टखनों के हड्डियों को बढ़ाती है। जिसके आवश्यकता से अधिक बढ़ने पर टखनों में दर्द की समस्या जन्म लेती है।
    • इन्फेक्शन- कई बार टखनों के जोड़ों में इन्फेक्शन की शिकायत हो जाती है। जिसके कारण टखने की हड्डी में घाव बनने लगता है। ये घाव दर्द को और अधिक बढ़ाने का काम करती है।
    • ज़्यादा चलना- आरामदायक जूते चप्पल ना होने के बावज़ूद भी इसे पहनकर ज़्यादा देर तक चलना टखनों में दर्द की समस्या को बढ़ा सकता है।
    • फ्रैक्चर- जैसा की हम जानते हैं हमारे टखने तीन हड्डियों से मिलकर बने होते हैं। अगर इनमें से कोई भी हड्डी क्षतिग्रस्त होती है तो टखनों में दर्द की समस्या पैदा हो जाती है।

    टखनों में दर्द को कैसे पहचानें?

    जैसा की हमने ऊपर बताया टखनों में दर्द अलग- अलग कारणों से होता हैं। ऐसे में इस दर्द के लक्षण को पहचानना थोड़ा मुश्किल है। तो आज हम आपकी मुश्किल को आसान बनाने के लिए टखनों में दर्द के कुछ सामान्य लक्षण बताने जा रहे हैं। जिसपर गौर कर आप टखनों में पैदा हो रही समस्या का सही पता लगा सकते हैं। तो आइए जानते हैं-

    • सूजन- सूजन टखने में होने वाली किसी भी समस्या का सामान्य लक्षण हैं। यदि ये लक्षण आपके टखनों में भी दिखाई दे तो समझ जाएं कि आपके टखनों में कोई अंदरूनी समस्या अपनी जगह बना रही है।
    • गांठ- यदि आपके टखनों में किसी भी तरह का गांठ दिखाई दे तो इसके बढ़ने से पहले इसका उपचार ज़रूर करवा लें। अन्यथा ये किसी गंभीर बिमारी में बदल सकती है।
    • दर्द- जब भी टखने में कोई परेशानी होना शुरू होती है तो टखने के निचले हिस्से में दर्द व कड़ापन महसूस होता है। यह समस्या चलने पर ही दिखाई देती है। यदि आपके साथ भी ऐसा हो तो सचेत हो जाएं और अपने टखनों के लिए डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

    टखनों के दर्द का इलाज

    टखनों के दर्द का इलाज

    वैसे तो टखने में दर्द कोई बड़ी बीमारी की तरफ़ संकेत नहीं करता। क्योंकि ज़्यादा चलने व भगदौड़ के कारण भी टखने में दर्द हो सकता है। लेकिन अगर आपके टखनों में असहनीय दर्द हो या कोई चूभन महसूस हो तो ये किसी गम्भीर रोग को न्यौता दे रहा है। ऐसे में इसका सही उपचार बहुत ज़रूरी है। तो आइए जानते हैं टखनों में दर्द के कुछ आसान उपचार।

    टखनों में दर्द का आयुर्वेदिक उपचार

    टखनों में दर्द का आयुर्वेदिक उपचार

    प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक इलाज को हर प्रकार के रोग को दूर करने के लिए अच्छा विकल्प माना गया है। आज के समय में भी कई लोग इस इलाज पर ज़्यादा भरोसा रखते हैं। क्योंकि आयुर्वेदिक दवाइयां शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं डालती है। टखनों के दर्द को भी दूर करने के लिए कई तरह के आयुर्वेदिक औषधियां हैं। लेकिन इन आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन किसी चिकित्सक की सलाह से ही करें।

    टखनों में दर्द का यूनानी उपचार

    टखनों में दर्द का यूनानी उपचार

    जोड़ों में होने वाली किसी भी बीमारी के लिए यूनानी इलाज सबसे बेहतर है। इस इलाज के लिए आपको कुछ चिज़ों का परहेज करना ज़रूरी है। जैसे तला- भूना, कोल्ड ड्रिंक, मसाला चाय या किसी भी ऐसे खाने का सेवन नहीं करना जिससे आपके पेट में गैस बनती हो। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके शरीर में यूनानी दवाइयां बिल्कुल भी असर नहीं करेंगी।

    टखनों के लिए यूनानी दवाइयों में सबसे ज़्यादा रेजिमेंटल थैरेपी का चलन है। इस थैरेपी का इस्तेमाल समाज, स्टीम आदि के द्वारा किया जाता है।

    टखनों में दर्द का एलोपैथी उपचार

    अगर आपके टखनों में ज्यादा दर्द है। और आप इस दर्द को बर्दाश्त भी नहीं कर पा रहे हैं तो इस स्थति में आपके लिए एलोपैथी उपचार ही एक सरल उपाय है। इसके लिए किसी भी अच्छे डॉक्टर को दिखाकर टखनों में होने वाली समस्या को बताएं व डॉक्टर की सलाह से इसका सही ट्रीटमेंट करवाएं। इस उपचार से आपके टखने में दर्द की शिकायत जल्द ही दूर हो जाएगी।

    टखनों में दर्द का होम्यापैथिक इलाज

    टखनों में दर्द का यूनानी उपचार

    होम्योपैथिक इलाज के ज़रिए भी आप टखनों के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। होम्योपैथिक इलाज को ज़्यादातर बच्चों या उन लोगों द्वारा अपनाया जाता है जिन्हें एलोपैथिक की गोलियां खाने में तकलीफ होती है या ऐसे लोग जो आयुर्वेदिक और यूनानी उपचारों में रूची नहीं रखते।

    टखनों में दर्द के घरेलू उपचार

    टखनों में दर्द के घरेलू उपचार

    टखनों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपचार सबसे सरल व बेहतर साधन है। इन उपचारों से टखनों में होने वाले दर्द से आप आसानी से निजात पा सकते हैं। ऐसे में अगर आपको भी टखनों का दर्द काफी परेशान कर रहा है तो यहां हम आपको कुछ घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल करके आप टखनों के दर्द को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं टखनों में दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपचार।-

    • गर्म तेल की मालिश- सरसों के तेल में कुछ लहसुन की कलियां डालकर उसे अच्छे से पका लें। अब इस तेल से अपने टखने की मालिश कर लें। इस उपचार को रोज़ाना करने से टखनों के दर्द से राहत मिलेगा।
    • पानी पिएं- किसी भी रोग से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए कोशिश करें ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं। क्योंकि पानी आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है। जिससे टखनों आदि में सूजन की शिकायत नहीं होती।
    • अदरक- अदरक के तेल की मालिश करने से टखनों के दर्द में काफ़ी राहत मिलती है। इस तेल की मालिश रोज़ाना करने से टखनों के दर्द की शिकायत दूर होती है।

    मौसम में बदलाव के कारण टखनों में दर्द

    मौसम में बदलाव के कारण भी टखनों में दर्द शुरू हो जाते हैं। अचानक सर्दी से गर्मी व गर्मी से बरसात का मौंसम आने से शरीर के सभी पुराने दर्द जाग जाते हैं। क्योंकि हमारा शरीर अचानक हो रहे इस बदलाव के लिए तैयार नहीं रहता और जोड़ों के पुराने दर्द पनप जाते हैं। ऐसे में मौसम बदलने के समय अपने खान-पान व शरीर को खास ख्याल रखें। ऐसा करने से टखनों के दर्द की समस्या दूर रहती है।

    टखनों में दर्द होने से पहले सावधानियां

    अक्सर हमारे शरीर में होने वाली कोई भी समस्या लापरवाही के कारण ही होती है। वैसे ही टखनों में दर्द भी कुछ सावधानियों पर ध्यान ना देने के कारण हो जाते हैं। तो आज हम आपको टखनों में होने वाले दर्द से बचने की कुछ सावधानियां बताने जा रहें जिसका ध्यान रखकर आप इस दर्द के चपेट में आने से बच सकते हैं।

    • अगर आप गठिया रोग से पीड़ित हैं तो ऐसे में जल्द से जल्द इस रोग का इलाज करवा लें क्योंकि ऐसा ना करने से ये एक टखनों से दूसरे में आसानी से फैल सकता हैं।
    • यदि आप टखनों के रोग से बचना चाहते हैं तो सही ढंग के जूते-चप्पल पहने। इससे आपके पैरों को आराम मिलेगा और दर्द नहीं होगा।
    • खेल-कूद के दौरान सावधान रहें। अपने पैरों को सही तरीके से मोड़े। खेल के दौरान थोड़ी भी लापरवाही आपको टखने में दर्द का शिकार बना सकती है।
    • टखनों में दर्द होने के बाद रोकथामकई बार अनेक सावधानियां और परहेज के बावजूद भी टकनों में दर्द की शिकायत हो जाती है। अगर आपको भी ऐसा समस्या होती है तो नीचे दिए रोकथाम को फॉलो करना बिल्कुल ना भूलें।
    • बर्फ का प्रयोग सूजन व दर्द को ठीक करने का सबसे अचूक इलाज है। अगर आपके टखनों में ज़्यादा दर्द है तो इसके लिए बर्फ के पैक को सूजन वाली जगह पर लगाएं। ऐसा करने से आपको दर्द में आराम मिलेगा।
    • गर्म पानी में चुटकी भर नमक डालकर सूती कपड़े को पानी में डूबाकर टखनों की सिकाई करें। ऐसा करने से टकनों की सूजन में राहत मिलेगा।
    • यदि आपके टखनों में ज़्यादा दर्द है तो उस स्थति में हील पहनना नज़रअंदाज करें। क्योंकि हील आपके दर्द को और बढ़ा सकता है।

    टखनों के लिए कुछ प्रभाशाली योगासन

    टखनों के लिए कुछ प्रभाशाली योगासन

    • उस्ट्रासन- इसे आसन को करने के लिए घुटनों के सहारे नीचे बैठ जाएं अब शरीर को पीछे झुकाकर हाथों की सहायता से पैरों को छूएं। ये आसन आपके घुटनों कमर को मज़बूत करता है।
    • कुर्सी आसन- यह आसन घुटनों के रोग को ठीक करने का सबसे अच्छा योग है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं अब शरीर को घुटनों के सहारे बैठने की स्थति में रखें। इस योग को करने से टखनों का दर्द खत्म होता है
    • कोणासन- यह योग उठने-बैठने में हो रही समस्या को खत्म करता है। इसे करने के लिए लिए सीधे खड़े होकर दोनों पैरों के बीच थोड़ी जगह बनाएं अब कमर के ऊपर के हिस्से को एक तरफ़ झुकाएं। अब दोनों हाथों से पैरों की एड़ी को छूने की कोशिश करें। इस योग को करने से घुटनों में सूजन की समस्या खत्म करता है।

    टखनों के दर्द में खान पान का रखें ध्यान

    टखनों के दर्द से बचने के लिए उचित आहार बहुत ज़रूरी है। सही आहार ही आपको रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। यदि आपके टखनों में भी हमेशा दर्द की शिकायत रहती है तो मछली, ब्रोकली, विटामिन डी युक्‍त आहार, अदरक व संतरा आदि का सेवन करें। ये आहार आपके शरीर में किसी भी तत्व की कमी नहीं होने देते व आपको रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं।

    यदि आप भी टखनों के रोग से परेशान हैं तो ऊपर दिए गए ऊपचार को करना बिल्कुल ना भूलें। ये आपके टखनों के कार्टिलेज व हड्डियों के रगड़ को बनाए रखने में मदद करता हैं।

    डॉ नीतू

    • 6 Years of Experience
    • (BHMS)

    डॉ नीतू होम्योपैथी चिकित्सा से स्नातक हैं. इनके इलाज से घुटना दर्द के हज़ारों मरीज ठीक हुए हैं. इन्हें इस विधा में 5 साल का अनुभव है. होम्योपैथी को लेकर आम समझ यही है कि यह केवल मामूली बीमारियों के उपचार में ही कारगर है. इसके अलावा होम्योपैथी चिकित्सा के

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