घरेलू उपचार के इन तरीकों से काफी हद तक कम किया जा सकता है कलाई का दर्द

कलाई का दर्द

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    हर बार यह जरूरी नही होता कि हड्डियों का दर्द किसी बड़ी बीमारी की ही वजह हो! हाथों के आखिरी छोर पर मौजूद कलाई एक ऐसे जोड़ से जुड़ी होती है जिसका बड़ा प्रयोग हाथों को घुमाने से लेकर नित्य क्रिया करने में किया जाता है। कलाई दर्द का घरेलू उपाय एक ऐसा प्राथमिक उपचार है जिसके प्रयोग से दर्द में आराम तो मिलता ही है बल्कि हड्डियों को बिना किसी दुष्परिणाम के ऊर्जा प्राप्त होती है। मसलन आज के दौर में लोग फौरन राहत देने वाली स्वयं का जमकर बेजा इस्तेमाल करते नजर आते हैं। पाठक जो इस लेख को पढ़ रहे होंगे उनके आसपास या परिवार मे भी ऐसे लोगों की संख्या होगी जो इस तरह की गलत आदतों में मशगूल रहते होंगे। तुरंत राहत देने वाली दवाईयां वास्तव में बहुत काम की चीज होती हैं लेकिन बिना चिकित्सकीय सलाह के इनका सेवन हड्डियों को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। बात हथेली के जोड़ की करें तो इसी जोड़ से लिखने से लेकर गाड़ी ड्राइव करने तक और खाने से लेकर कई तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। वैसे तो मकैनिक या फिर कुछ इस तरह काम करने वाले लोग जो काफी समय तक हाथों को बिना घुमाये दिनचर्या करते हैं, उनमें इस तरह की समस्या का होना व्यापकता से पाया जाता है। के बार मसलन चोट, मोच या फिर सोते समय एक तरफ करवट लेना भी इस तरह की समस्या का कारक बन जाते हैं।

    क्या आप जानते हैं कि रसोई में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या फिर आपके आस पास मौजूद चीजें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकती हैं वह भी बिना किसी नुकसान के! वास्तव में कुछ ऐसे घरेलू उपाय मौजूद हैं जिनके सटीक प्रयोग से काफी हद तक ऐसे दर्द से राहत पाई जा सकती है। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे घरेलू इलाज के बारे में बताने वाले हैं जिनके सटीक उपचार से पलक झपकते ही हथेली का दर्द रफूचक्कर हो जाएगा।

    हथेली दर्द संबंधित कुछ प्रमुख जटिलताएं

    इंसान की हमेशा ही यह फितरत रही है कि वह अपनी दिनचर्या को जल्द निपटाकर ज्यादा से ज्यादा तरक्की की फिराक चाहता है। ऐसी स्थिति में खान पान और जीवनशैली में आने वाला परिवर्तन हड्डियों को कमजोर बनाने लगता है। एक अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वे के मुताबिक भारत जैसे देश में कलाई के दर्द की समस्या व्यापक रूप से देखी जाती है। यह समस्या 20 से 50 साल के काम काजी महिलाओं और पुरुषों में व्यापक रूप ले चुका है। आम तौर पर कई बार ऐसी समस्या साधारण रूप में होती है लेकिन अब कुछ मामले हृदय रोगों की जटिलता की तरफ भी इशारा करते हैं। युवाओं में खेलकूद के समय कलाई मे दर्द खिंचाव उत्पन्न होने की स्थिति में हो जाता है। इन शरीर मे यूरिया का स्तर बढ़ने से, फेफड़ों में संक्रमण सहित गर्दन की हड्डियों में खिंचाव इसके प्रमुख कारण माने जाते हैं।

    कलाई दर्द का घरेलू उपाय

    कलाई दर्द का घरेलू उपचार पूरी तरह प्राकृतिक होता है। हमारे आसपास या फिर रसोई में मौजूद तत्व हमारे दर्द को ठीक करने के अलावा हमारी जान भी बचने के लिए एक बहुत आवश्यक उपाय हैं। हड्डियों की सुरक्षा बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के कैसे किया जाए ऐसा आज के दौर म3न लोग सोचते ही हैं। नीचे दिए गए कुछ घरेलू उपचार वाकई कलाई दर्द में बेहद लाभदायक हो सकते हैं।

    कलाई दर्द का घरेलू उपाय में अरंड के फायदे

    कलाई दर्द का घरेलू उपाय में अरंड के फायदे

    अरंड गांव में बेहद आसानी से मिलने वाला पौधा होता है। इसका तेल दर्द में जितना फायदेमंद होता है उसके पत्तों का गुण भी उससे कम नही होता। 3 से 4 अरंड के पत्ते को तवे पर गर्म कर लें। इन पत्तों में थोड़ा महुआ या सरसो तेल और एक चुटकी सेंधा नमक लगा दें। आप हल्के गर्म पत्तों को कंधे के ऊपर लगाकर किसी कपड़े से बांध दें। रात भर पत्तों को लगे रहने दे। 2 से 3 दिन ऐसा करने से दर्द गायब हो जाता है। इन पत्तों को बांधने से हड्डियों से जुड़ी मांसपेशियों के नर्म ऊतकों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस पत्ती में कैल्शियम की आपूर्ति करने की क्षमता होती है जो प्लाज्मा में घुलकर हड्डियों के जोड़ों में मौजूद फ्लूड तक पहुंचकर सुरक्षा करती है। हथेली दर्द के दौरान कोशिश करें कि इस तरह के पत्तों को महीने भर सोते समय बांधें।

    कलाई दर्द में रोजमेरी के पत्तों का लाभ

    कलाई दर्द में रोजमेरी के पत्तों का लाभ

    रोजमेरी ऐसा प्राकृतिक पत्ता या पेड़ होता है जो जड़ से लेकर तना तक उपचार के काम आता है। कुछ जगहों पर इसकी चाय बनाकर इस्तेमाल की जाती है। कलाई दर्द के दौरान रोजमेरी के कुछ पत्तों को पानी से अच्छे से साफ कर एक खरल में अच्छे से कूट लें। अब कूटे गए पत्तों को करीब एक लीटर पानी मे उबालकर ठंडा कर लें। जब आधा पानी बचे तब बचे हुए पानी को काढ़े की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इस काढ़े की करीब 10 से 20 एम एल मात्रा दिन में 2 बार सेवन करने से दर्द दूर होना शुरू हो जाता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों को इस तरह की दवा के इस्तेमाल से दूर रखें। इसके सेवन से हड्डियों से जुड़ी मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ जाता है। इससे हड्डियों को नई ऊर्जा मिलने के साथ ही कलाई की नसें मजबूत होती हैं। इसका सेवन एक महीने लगातार करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। इस तारे के काढ़े का शरीर पर किसी तरह का नुकसान देखने को नही मिलता।

    कलाई दर्द का घरेलू उपाय संबंधित सावधानियां और सुझाव

    ऊपर दिए गए कलाई दर्द के घरेलू उपाय वास्तव में बेहद लाभकारी होते हैं। जिनके सटीक प्रयोग से काफी राहत मिलती है। हमारा सुझाव यह है कि किसी भी तरह के नुस्खे अपनाने से पहले चिकित्सक की राय बेहद महत्वपूर्ण होती है।

    डॉ आलिया

    • 7 Years of Experience
    • (BUMS)

    डॉ आलिया यूनानी चिकित्सा में स्नातक हैं. इन्हें कंधे के दर्द को ठीक करने में महारत हासिल है. इस विधा में इन्हें करीब 6 साल का अनुभव है. अपने इलाज से डॉ आलिया ने कंधे दर्द जैसे रोगों के लिए देश के हज़ारों मरीजों का सफलता से उपचार किया है.

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