वाकई काबिले तारीफ हैं जोड़ों के दर्द में ये घरेलू नुस्खे

जोड़ों के दर्द

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    इंसान का शरीर वास्तव में हड्डियों का ऐसा ढांचा होता है जिसमें कई जोड़ आपस मे एक ऐसी चैन बनाते हैं जिससे इंसान अपनी दिनचर्या पूरी कर पाता है। हड्डियों के इन्हीं जोड़ों में जब दर्द हो जाये तब इंसान ख़ुद को बेबस पाता है। जोड़ों के दर्द के लिए वैसे तो आधुनिक युग मे कई तरह की चिकित्सा सेवाएं मौजूद हैं लेकिन कमोवेश सबके कुछ ना कुछ दुष्परिणाम भी होते हैं। यदि किसी भी कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाये तो सबसे पहले हमें कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाना चाहिए।

    वास्तव में हमारे किचन या रसोई में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। जानकारी के अभाव में लोग इनका सही उपयोग करना नही जानते। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे प्राकृतिक तरीकों के बारे में बताएंगे जिनका सटीक प्रयोग आपकी हड्डियों के लिए रामबाण का काम करेगा

    जोड़ों में दर्द के कारण

    मसलन हड्डियों के जोड़ों में दर्द के कई कारण होते हैं। गलत खान पान सहित नींद में कमी भी इसका कारण बन सकता है। खान पान की विसंगतियों के चलते शरीर मे कई तरह के अवशिष्ट पदार्थ जमा होकर हड्डी को कमजोर बनाते हैं तो अवसाद ग्रस्त मनुष्य के जोड़ कमजोर पड़ जाते हैं। इसके अलावा मोटापा अधिक होने पर जोड़ों पर दबाव पड़ता है जिससे घर्षण होने के फलस्वरूप जोड़ विकृत होने लगते हैं। पुरानी चोट भी मौसम बदलने के साथ दर्द दे जाती है। मोच और हार्मोनल विसंगति भी हड्डियों के कमजोर होने का कारण बन सकती है। कुछ परिस्थितियों में जीन द्वारा प्राप्त आनुवंशिक रोग भी जोड़ों के दर्द के बड़े कारण बन जाते हैं।

    जोड़ों में दर्द के लक्षण

    मसलन शरीर मे कई तरह के जोड़ होते हैं जो पैरों से लेकर गर्दन तक आपस मे जुड़े होते हैं। जोड़ों में दर्द शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है जैसे कमर, गर्दन, घुटना, अंगुली, कंधा आदि। इनमे दर्द होने पर सूजन सहित हिलने डुलने तक मे दर्द का अनुभव होता है। मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द मुख्य लक्षण माने जाते हैं।

    जोड़ों में दर्द के प्राकृतिक नुस्खे

    सोंठ और मेथी

    सोंठ और मेथी

    20 ग्राम हल्दी, 40 ग्राम सोंठ और करीब 200 ग्राम मिश्री को अच्छे से खरल में बूक लें। अब करीब 100 ग्राम मेथी दाना को तवे पर भूनकर अच्छे से चूर्ण बना लें। दोनों को आपस मे मिलाकर एक डिब्बे में रख लें। इस चूर्ण की एक चम्मच मात्रा दिन में दो बार गुनगुने पानी या दूध के साथ सेवन करने से धीरे-धीरे जोड़ों के दर्द में आराम मिलना शुरू हो जाता है।

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    हल्दी और दूध

    हल्दी और दूध

    दूध में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें और भी कई तरह के विटामिन और खनिज तत्व विद्दमान होते हैं। गुनगुने दूध में हल्दी एक चुटकी मिलाकर रोज रात को सोने से पहले सेवन करने से जोड़ों का दर्द गायब हो जाता है। हल्दी एक उच्च कोटि का प्राकृतिक एंटीबायोटिक माना जाता है जो जोड़ों में मौजूद सूजन को कम करने में बहुत उपयोगी है।

    आलू का जूस

    आलू का जूस

    आलू कार्बोहाइड्रेट का बड़ा स्रोत माना जाता है। हालांकि इसके अलावा इसमें कैल्शियम की भी भरपूर मात्रा विद्दमान होती है। कच्चे आलू का रस निकालकर करीब 100 एमएल रोजाना सेवन करने से जोड़ों का दर्द दूर होने लगता है।

    बथुआ का सेवन

    बथुआ का सेवन

    बथुआ सर्दियों के मौसम में बहुतायत से मिलने वाला साग है। इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन और कैल्शियम पाया जाता है। इसका सेवन साग के रूप में भी इस्तेमाल कर लाभ उठाया जा सकता है। करीब 50 ग्राम बथुआ का जूस निकालकर बिना कुछ मिलाये खाली पेट पीने से जोड़ों के दर्द में आश्चर्यजनक लाभ मिलता है। हालांकि इसका स्वाद थोड़ा कसेला जरूर होता है लेकिन गुणों के मामले में यह वाकई काबिले तारीफ होता है।

    एलोवेरा का सेवन

    एलोवेरा का सेवन

    एलोवेरा अपने औषधीय गुणों के लिए विख्यात है। इसके पत्तों को पीसकर जोड़ों पर मालिश करने से दर्द दूर होने लगता है। एलोबेरा का जूस हड्डियों के लिए बेहद उपयोगी होता है।

    कुछ जरूरी सुझाव

    ऊपर दिए गए नुस्खे वाकई काफी लाभकारी होते हैं। इनकी मात्रा और उपयोग से पहले चिकित्सक की राय लेना लाभकारी होता है।

    डॉ आकांक्षा

    • 7 Years of Experience
    • (BHMS)
    • Quora

    मै डॉ आकांक्षा होम्योपैथिक चिकित्सा में बैचलर हैं. इन्हें जॉइंट्स पेन (जोड़ों का दर्द) और बैक पेन (पीठ दर्द) जैसे रोगों का विशेषज्ञ माना जाता है. इन्होने अपने उपचार से देश के हजारों मरीजों को नया जीवन दिया है. डॉ आकांक्षा को जॉइन्स पेन( जोड़ों का दर्द) और बैक पेन

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