कुछ जरूरी एहतियात अपनाकर पैर के रोगों से पाया जा सकता है छुटकारा।

कुछ जरूरी एहतियात अपनाकर पैर के रोगों से पाया जा सकता है छुटकारा

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    पैर में दर्द के उपचार के लिए जितना जरूरी दवाएं होती हैं उनसे ज्यादा जरूरी होता है कि समस्या स्व बचाव कैसे किया जाए। अक्सर खानपान संबंधी जरूरतों को सही से पूरा ना करने के चलते हड्डियों से संबंधित तकलीफों का होना स्वाभाविक माना जाता है। हड्डियों के रोगों में पैर की तकलीफें शरीर को बेहद परेशानी में डाल देती हैं। हल्की चोट या सामान्य मोच की वजह से दर्द होने पर अक्सर लोग फौरी राहत देने वाली एलोपैथी दवाओं का इस्तेमाल धड़ल्ले से करना आरंभ कर देते हैं। बिना चिकित्सक की सलाह के पेनकिलर दवाओं का अंधाधुंध सेवन इंसान की हड्डियों को जड़ से कमजोर बना देता है। पैर शरीर का ऐसा हिस्सा होता है जिसमें कई जोड़ होते हैं। कूल्हों से लेकर एड़ी तक फैले इन्ही जोड़ो में होने बल दर्द पीड़ा दायक हो जाता है। एक स्वास्थ्य सर्वे की मानें तो भारत जैसे विशाल देश में करीब 40 फीसदी आबादी विटामिन डी और कैल्शियम की कमी सहित कुपोषण का शिकार होती है। परोक्ष रूप से स्वस्थ दिखाई देने वाला व्यक्ति भी आन्तरिक रूप से कुपोषण का शिकार हो सकता है। आहार में दोष सहित खानपान के गलत तरीकों से इंसान हड्डियों की लंबी अवधि को अल्पायु में ही गंवा बैठता है। इस लेख से कुछ ऐसे ही पैरों की हड्डियों से संबंधित परेशानियों पर चर्चा करेंगे, और साथ ही ऐसे उपाय जानेंगे जिनके सटीक प्रयोग से काफी हद तक ऐसी तकलीफों से बचाव किया जा सकता है।

    पैर दर्द के मुख्य कारण।

    पैर दर्द के मुख्य कारण

    पैर की हड्डियों के दर्द की कई वजहें हो सकती हैं। मसलन यह कब किस रूप में रोग में परिवर्तित हो जाएगी यह कहना जरा जल्दबाजी होती है। अक्सर हल्की फुल्की चोट को नजरअंदाज करना भी हड्डियों पर भारी पड़ जाता है।

    • पैरों की हड्डी कूल्हों से लेकर एड़ी या तलवों तक फैली होती है। यह शरीर की सबसे बड़ी हड्डी भी मानी जाती है। कई बार गठिया रोग की वजह से जोड़ों में विकार आना आरम्भ हो जाता है। गठियारोग कि वजह से पैरों में सूजन साफ देखा जा ताकत है।
    • पैरों में सूजन कई वजहों से हो सकती है। खासकर हड्डियों की मांसपेशियों में खिंचाव या फिर तनाव की वजह से भी मांसपेशियों में सूजन साफ देखी जा सकती है।
    • मानसिक तनाव या अवसाद से ग्रसित रोगी की हड्डियां बेहद कमजोर हो जाती हैं। मानसिक रूप से नकारात्मक व्यक्ति के दिमाग से निकलने वाले हार्मोन सीधे तौर पर हड्डी के विकास में अपना सहयोग देते हैं।
    • शल्य चिकित्सा की जटिलता की वजह से कई बार बोन मैरो चेंज या फिर नर्म ऊतकों की क्षति काफी तकलीफ पहुंचाती है। कई बार लिगामेंट में सूजन के चलते या आंतरिक चोट के बाद रक्तस्राव की वजह से हड्डियों में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
    • अर्थराइटिस की वजह से हड्डियों की मांसपेशियों में संकुचन भी तकलीफ का बड़ा कारण है।
    • मधुमेह या बढ़ता हुआ शुगर लेवल हडडी रोग का कारण बन जाता है।
    • मोटापा एक ऐसी समस्या है जो हड्डियों को जड़ से बेकार या क्षतिग्रस्त करने का काम करती है।

    पैर की हड्डी रोग से संबंधित प्रमुख लक्षण।

    पैर की हड्डी रोग से संबंधित प्रमुख लक्षण

    • पैर की हड्डी में दर्द या पैर की नसों में सूजन एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से दर्द और झुनझुनाहट का अनुभव किया जा सकता है।
    • पैरों की उंगलियों में दर्द होने पर एक कदम भी पैदल चलना मुश्किल होता है। दर्द और चिल्हकन महसूस होती है।
    • पैरों की मांसपेशियों में सूजन हो सकती है।
    • कूल्हों में सूजन सहित पैरों को हिलाने डुलाने में भी दर्द का अहसास होता है।
    • आंतरिक तकलीफों की वजह से कमर में दर्द भी हो सकती है।
    • घुटनों में दर्द होने की वजह से पैरों को हिलाने डुलाने में परेशानी हल्का अनुभव होता है।

    पैरों में दर्द ना हो इसके लिए जरूरी उपाय।

    पैरों में दर्द ना हो इसके लिए जरूरी उपाय

    • पैर में सूजन का इलाज तो दवाओं से किया ही जा सकता है लेकिन ऐसी समस्या हो ना इके लिए कुछ जरूरी एहतियात अपनाने की जरूरत होती है।
    • एक स्वस्थ मनुष्य को अपनी दिनचर्या नियमित रखनी चाहिए।
    • दिनचर्या में सुधार करने से काफी हद तक हड्डियों को विकास दिया जा सकता है।
    • योग के कुछ प्रयोग से वास्तव में हड्डियों को ऐसी ऊर्जा और ताकत मिलती है जिससे बे बलवती हो जाती हैं।
    • आहार में विटामिन डी की भरपूर मात्रा को शामिल करें।
    • कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें।
    • मछली , अंडे ओर लाल मीट का सेवन लाभदायक होता है।
    • चिकन के सेवन से हड्डियों को मजबूती प्राप्त होती है।
    • हरि पत्तेदार साग सब्जियों के सेवन से इंसानी हड्डियों को लाभ मिलता है।
    • दूध का नियमित सेवन हड्डियों को रोग से बचाता है।
    • अंकुरित चने ओर अनाजों का सेवन हड्डियों को काफी लाभ पहुंचाता है।
    • मौसमी फलों के जूस का सेवन काफी लाभदायक होता है।
    • ज्यादा ठंडे पानी का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
    • कभी भी बर्फ मिलाकर पानी का सेवन ना करें।
    • चाय और कॉफी की ज्यादा मात्रा हड्डियों के लिए नुकसान का कारण बन सकता है।
    • नीद समय से लेने से हड्डियों के रोग नही होते।
    • कम से कम 7 से 8 घंटे नींद जरूर लें।
    • नीबू पानी।सहित अपने भोजन मवन विटामिन सी की मात्रा को बढ़ाएं।
    • हल्दी का सेवन नियमित रूप से करें। यह एक अच्छा प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है।

    पैर दर्द हो जाने पर अपनाएं जरूरी एहतियात।

    पैर दर्द हो जाने पर अपनाएं जरूरी एहतियात

    पैरों में सूजन का उपचार कई तरीकों से किया जा सकता है। जब भी हल्की चोट या मोच हो तो तुरंत बिना चिकित्सक की सलाह के पेनकिलर दवाओं का सेवन ना करें। चोट की दशा में बर्फ से सिंकाई कर सकते हैं। इसके अलावा घरेलू उपाय के तहत दर्द दूर करने के लिए उपचार किया जा सकता है। यूनानी विधा की हर्बल दवाओं के सेवन से भी दर्द पर काबू पाया जा सकता है। यदि इन सब उपायों से भी तकलीफ सही नही हो रही हो तब चिकित्सक की सलाह पर चेकअप कराकर समुचित उपचार ही सर्वश्रेष्ठ साबित होता है।

    डॉ नीतू

    • 6 Years of Experience
    • (BHMS)

    डॉ नीतू होम्योपैथी चिकित्सा से स्नातक हैं. इनके इलाज से घुटना दर्द के हज़ारों मरीज ठीक हुए हैं. इन्हें इस विधा में 5 साल का अनुभव है. होम्योपैथी को लेकर आम समझ यही है कि यह केवल मामूली बीमारियों के उपचार में ही कारगर है. इसके अलावा होम्योपैथी चिकित्सा के

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