कमर दर्द में बेहद कारगर हैं कुछ ऐसे घरेलू उपचार

कमर दर्द में बेहद कारगर हैं कुछ ऐसे घरेलू उपचा र

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    कमर इंसानी काया का ऐसा हिस्सा है जो रीढ़ की हड्डी से सीधा जुड़ा होता है। रीढ़ मानव शरीर का ऐसा भाग है जिसमें विकृति आने से इंसान बेहद तकलीफ का अनुभव करता है। अत्यधिक शारीरिक श्रम या फिर चोट मोच के चलते आमतौर पर होने वाला कमर दर्द तकलीफ का कारण बन सकता है। दर्द चाहे जिस भी वजह से हो लेकिन कमर दर्द का घरेलू उपचार बेहद असरदार साबित होता है। दैनिक दिनचर्या के बदलाव या फिर मानसिक तनाव की वजह के कई बार हार्मोनल हार्मोनल विसंगतियां इस तरह के दर्द का प्रमुख कारण बन जाती हैं। इसके अलावा गठिया रोग या फिर अनुवांशिक कारणों से भी लोगों को ऐसी समस्या से दो चार होना पड़ता है। कमर की समस्या के प्रमुख कारण और उसके घरेलू उपाय शरीर को कितना बेहतर बना सकते हैं यह लेख काफी मददगार साबित हो सकता है।

    कमर दर्द कारण ओर जटिलताएं।

    कमर दर्द कारण ओर जटिलताएं

    एक स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक देश में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में इस तरह की समस्याओं को बहुतायत देखा जाता है। हालांकि ज्यादा शारीरिक श्रम करने वाले पुरुषों में रीढ़ की हड्डी के संक्रमण या फिर खिंचाव से भी यह दर्द बढ़ जाता है। कमर के दर्द से आज देश का एक बड़ा युवा तबका परेशान है। मसलन बढ़ते प्रदूषण और खानपान की गुणवत्ता से समझौता युवा पीढ़ी पर भारी पड़ रहा है। किडनी संक्रमण के चलते अक्सर ऐसे दर्द सामने आते हैं। महिलाओं में यह समस्या अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान देखी जाती है। इस दौरान शरीर में कैल्शियम की मात्रा का सामान्य ना होना तकलीफ देता है तो कामकाजी महिलाएं भी इस तरह की समस्या से दो चार होती हैं। भारी चोट या हड्डियों के चटकने से कई बार रीढ़ के बोन्स क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। नर्म ऊतकों में संक्रमण सहित कई अन्य कारण वास्तव में कमर दर्द की विसंगतियों को जटिल बना देते हैं।

    कमर दर्द का घरेलू उपचार में लाभकारी है अजवाइन पानी।

    कमर दर्द का घरेलू उपचार में लाभकारी है अजवाइन पानी

    कमर दर्द का घरेलू उपचार अजवाइन पानी से किया जा सकता है। आमतौर पर कब्ज या वात, पित्त जैसी समस्याओं के चलते भी दर्द का होना आम बात है। अजवाइन में मौजूद वात-पित्त रोधी गुण इसका निवारण करते हैं। सुबह खाली पेट अजवाइन पानी गुनगुने रूप में सेवन करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। अजवाइन पानी के सेवन से जहां वैली फैट से निजात मिलती है तो दूसरी तरफ यूरिक एसिड से हो रहे कमर दर्द से छुटकारा मिलता है। यह शरीर से अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकाल कर मांसपेशियों भवन मौजूद नर्म ऊतकों की सुरक्षा करता है। नियमित रूप से करीब एक माह तक इसका सेवन लाभकारी होता है। इसके अलावा तवे पर भूनकर एक चम्मच अजवाइन को गुनगुने पानी से सेवन करने से कमर दर्द में अप्रत्याशित लाभ होता है।

    कमर दर्द में बेहतर विकल्प है मसाज।

    कमर दर्द में बेहतर विकल्प है मसाज

    ज्यादा देर एक जगह खड़े होकर काम करने या फिर एक जगह बैठकर दफ्तर का काम निपटाने से कमर दर्द होना स्वाभाविक है। इस स्थिति में हल्का मसाज काफी कारगर साबित हो सकता है। किचन में मौजूद सरसों तेल को गुनगुना कर उसमें एक चुटकी कपूर मिला लें। इस लेप को हल्के हाथों से कमर से लेकर रीढ़ की हड्डी पर मसाज करें। करीब 5 से 7 मिनट इसकी पुनरावृत्ति करें। याद रहे ज्यादा तेज हाथों से कमर पर दबाव न डालें। ज्यादा दबाव पड़ने से मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है। इसके अलावा गुनगुने पानी से नहाने से भी कमर की समस्या दूर हो सकती है। मसाज के तहत ऑलिव ऑयल का प्रयोग भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। मालिश करने से कमर की मांसपेशियों में नई ऊर्जा के संचरण होने के साथ ही नसों में खून का संतुलित प्रवाह होना आरम्भ होने लगता है।

    कमर दर्द में कारगर है मौसमी फलों का सेवन।

    कमर दर्द में कारगर है मौसमी फलों का सेवन

    कमर दर्द का घरेलू उपाय में मौसमी फलों का सेवन काफी महत्वपूर्ण होता है। आमतौर पर गर्मियों के मौसम में संतरा और अमरूद का सेवन लाभकारी होता है। यूरिक एसिड से परेशान होने पर संतरे का जूस नियमित रूप से सुबह शाम पीना लाभकारी होता है। इसके अलावा अमरूद में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम सहित आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। एक अमरूद का नियमित तौर पर सेवन काफी लाभ पहुंचता है। इसके अलावा गाजर और पपीते का सेवन लाभकारी होता है। शरीर को लू से बचाने के लिए नीबू पानी का सेवन जहां यूरिक एसिड को संतुलित करता है तो वहीं शरीर को निर्जलीकरण से भी बचाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि एक संतुलित मात्रा में फलों का सेवन करें इनकी मात्रा ज्यादा होने पर पेट में कब्ज की शिकायत हो सकती है।

    कमर दर्द में लाभकारी है हरी पत्तेदार सब्जियां।

    कमर दर्द में लाभकारी है हरी पत्तेदार सब्जियां

    कमर दर्द का घरेलू उपचार करने में हरी पत्तेदार साग सब्जियां काफी लाभकारी और गुणकारी होती हैं। हरी पालक सहित सोया और मेंथी को एक साथ मिलाकर जूस बनाकर पीने से भी काफी लाभ मिलता है। उसके अलावा इनका साग बनाकर या फिर सलाद में सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा का संचार होने लगता है। पालक, ऑयरन ओर फॉलिक एसिड का एक बड़ा स्रोत माना जाता है। गर्भस्थ महिलाओं में कमर दर्द ऑयरन ओर फोलिक एसिड की कमी से भी होने लगता है। इस दौरान हमेशा इस तरह के साग का सेवन लाभकारी होता है। बंद गोभी के साथ पत्तेदार गोभी में प्रचुरता के साथ कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है। इसका सेवन भी कमर के दर्द में लाभ दिल सकता है। गाजर के साथ ही हरी धनिया का सेवन काफी लाभदायक माना जाता है। करेले के जूस का सेवन करने से कमर की हड्डियों में मौजूद जोड़ मजबूत होते हैं तथा शरीर के अन्य भागों में गठिया के प्रकोप से भी निजात प्राप्त होती है।

    कमर दर्द से संबंधित जरूरी सलाह/सुझाव।

    साधारण दर्द होने की स्थिति में कभी भी एलोपैथी दवाओं का इस्तेमाल नही करना चाहिए। इंसान की यह आदत शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकती हैं। कमर दर्द का घरेलू उपचार जहां शरीर को बिना साइड इफेक्ट के दर्द से राहत पहुंचाता है तो दूसरी तरफ सस्ता उपाय भी होता है। गर्मियों के मौसम में इस तरह की समस्या निर्जली करण की वजह से भी देखी जाती है। ऊपर दिए गए होम रेमेडीज बेहद कारगर और उपयोगी होते हैं लेकिन उपयोग से पहले उनकी मात्रा के बारे में जानना बेहद आवश्यक होता है। लू से बचाव के लिए खीरे और नींबू का सेवन करते रहना चाहिए तो वहीं ज्यादा समस्या होने पर फौरन चिकित्सकीय सलाह से उपचार करना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

    डॉ आकांक्षा

    • 7 Years of Experience
    • (BHMS)
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    मै डॉ आकांक्षा होम्योपैथिक चिकित्सा में बैचलर हैं. इन्हें जॉइंट्स पेन (जोड़ों का दर्द) और बैक पेन (पीठ दर्द) जैसे रोगों का विशेषज्ञ माना जाता है. इन्होने अपने उपचार से देश के हजारों मरीजों को नया जीवन दिया है. डॉ आकांक्षा को जॉइन्स पेन( जोड़ों का दर्द) और बैक पेन

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