जानिए गर्दन दर्द में होम्योपैथी दवा के नफ़ा नुकसान

हमारे डॉक्टर से सलाह लें

    गर्दन में उठ रहा दर्द मानव शरीर की गतिविधियों को बाधा पहुंचाने का काम करता है. ऐसे दर्द इंसान की जीवनशैली में बाधक बन जाते हैं. ऐसे दर्द आमतौर पर सामान्य स्थितियों के धोतक होते हैं लेकिन समय से इलाज़ ना होने से घातक भी हो जाते हैं. मसलन गर्दन का दर्द कई कारणों की वजह से होता है जैसे तनाव, अनिद्रा, पुरानी चोट, मोच, मांशपेशियों में खिंचाव, अधिक शारीरिक श्रम। इसके अलावा इस तरह की समस्या संक्रमण, कब्ज सहित पित्त रोगों के शरीर में बढ़ अजाने की वजह से भी हो जाती हैं.

    हार्मोनल विसंगतियां भी इसकी कारक होती हैं. मसलन बढ़ती तकनीकी दुनिया में कई तरह के इलाज इजाद हुए हैं इनमें एक नाम होम्योपैथी चिकित्सा का भी आता है. वैसे तो होम्योपैथी धीमी गति से शरीर के स्नायुतंत्रों पर काम करती है लेकिन कई सर्वे बताते हैं कि इसके बहुत से फायदे भी होते हैं. आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि इस उपचार माध्यम का हड्डियों के दर्द में क्या उपयोगिता है और क्या नुकसान हैं.

    होम्योपैथी के गर्दन दर्द में फायदे

    जर्मन तकनीक की उपचार विधा होम्योपैथी शरीर से यूरिक एसिड जैसे दर्द बढ़ाने वाले कारकों को शरीर से बाहर निकालने में सक्षम होते हैं. हड्डियों में युरेट ऑफ़ सोडियम की अधिकता होने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा का बढ़ना स्वाभाविक हो जाता है. इसकी मात्रा के बढ़ने के साथ ही अस्थियों में कमजोरी और घर्षण बढ़ने लगता है. इस उपचार में पहले तो ऐसी दवाएं दी जाती हैं जिससे रोग के लक्षण प्रकट हों. रोग के सटीक लक्षण प्रकट होने के साथ ही चिकित्सक उसका उपचार करना शुरू कर देते हैं. कई सर्वे बताते हैं कि गर्दन दर्द के उपचार के लिए होम्योपैथी सटीक काम करता है. हालांकि अन्य उपचार माध्यमों की तरह इन दवाओं का असर तुरंत तो नही दिखता लेकिन लम्बे समय तक उपचार करने से मर्ज़ जड़ से समाप्त होना शुरू हो जाता है. इस चिकित्सा पद्धति में अल्कोहल जैसे द्रव्यों का जमकर इस्तेमाल किया जाता रहा है.

    आमतौर पर गर्दन दर्द में चिकित्सक बल्गेरिस नामक दवा का सेवन करने की सलाह देते हैं. इसकी कुछ बूंदों को पानी के साथ सुबह शाम उपयोग करने की सलाह दी जाती है. इसके नियमित सेवन से मरीज को आराम मिलना शुरू हो जाता है. इसके अलावा रस टोक्स और कालोफैलम जैसी दवाइयां चीनी की गोली के साथ मिश्रित करके खाने को दी जाती हैं.

    होम्योपैथिक दवाओं से नुकसान

    आम तौर पर होम्योपैथी दवा के किसी विशेष तरह के नुकसान देखने को नही मिलते लेकिन इन दवाओं को खाने का एक अलग ही नियम कायदा होता है. दवा के इस्तेमाल से पहले इनके बारे में अच्छे से जानना जरूरी होता है. नियम के मुताबिक दवा खाने के आधे घंटे बाद या फिर खाने के 1 घंटे पहले तक कुछ भी खाने से परहेज की जरूरत होती है. इस दौरान कुछ भी खाने से बचें। इस विधा में खट्टी तीखी चीजों के सेवन से भी परहेज रखने की जरूरत होती है. यदि ऐसा ना किया जाए तो दवाएं शरीर पर बेअसर साबित हो जाती हैं.

    डॉ आकांक्षा

    • 7 Years of Experience
    • (BHMS)
    • Quora

    मै डॉ आकांक्षा होम्योपैथिक चिकित्सा में बैचलर हैं. इन्हें जॉइंट्स पेन (जोड़ों का दर्द) और बैक पेन (पीठ दर्द) जैसे रोगों का विशेषज्ञ माना जाता है. इन्होने अपने उपचार से देश के हजारों मरीजों को नया जीवन दिया है. डॉ आकांक्षा को जॉइन्स पेन( जोड़ों का दर्द) और बैक पेन

    हमारे डॉक्टर से सलाह लें