योगासन के इन तरीकों से पाएं पैरों के दर्द का सटीक समाधान

पैरों के दर्द

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    पिंडलियों में सूजन या पैर की नसों में संकुचन या संक्रमण की स्थिति में एड़ियों के दर्द की समस्या आज के दौर में आम बात हो गई है। एक जमाना था जब ऐसी समस्या बढ़ती उम्र का धोतक होती थी लेकिन खान पान और लगातार बढ़ रहे प्रदूषण की वजह से फैलती बीमारियों ने पैर दर्द जैसी विसंगतियों से हर उम्र वर्ग को अपने चपेट में ले लिया है। इंसानी पैरों में कई जोड़ होते हैं जो आपस मे एक दूसरे की मदद करते हैं। उंगलियों से लेकर घुटना और कूल्हे में सामान्य परिस्थितियों में होने वाला दर्द अक्सर गंभीर समस्या बन जाता है। खान पान की विसंगतियों के साथ मानसिक तनाव और जीवनशैली में लगातार आते परिवर्तन से शरीर की हड्डियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इन सब वजहों से इंसान के खून में शर्करा की मात्रा के साथ यूरिया के खतरनाक तत्व जमा होने लगते हैं जो दर्द का कारण बन जाते हैं।

    खेलों के दौरान चोट लगने पर हड्डियों के ऊतकों की क्षति और मांसपेशियों में तनाव के चलते जोड़ों में सूजन हो जाती है और हड्डियों में लचीलापन कठोर स्थिति में बदल जाता है। इंसानी फितरत कुछ यूं है कि थोड़े से दर्द के दौरान भी फौरी राहत देने वाली औषधियों के इस्तेमाल से गुरेज नही करता। कमोवेश उसकी यह आदतें भी उसे कष्ट पहुंचाने का कार्य करती हैं। योग दुनिया का ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से हम मानसिक तनाव तो दूर करते ही हैं अपितु हड्डियों की सुरक्षा भी कई योगों द्वारा की जा सकती है।

    ताड़ासन दिलाये पैर दर्द में राहत

    ताड़ासन

    ताड़ासन एक ऐसी योग विधा है जिसे पैरों के किसी भी हिस्से में दर्द होने के उपरांत राहत के लिए किया जा सकता है। पैर के दर्द के पहले इस योग के नियमित क्रियान्वयन से हड्डियों का रोग होने की संभावना कम हो जाती है। यह योग हड्डियों को लचीला बनाने के साथ ही मांसपेशियों में ऊर्जा और रक्त संचार की वृद्धि कर दर्द दूर करने का काम करता है।

    आसन के तरीके

    ताड़ासन करने के लिए सीधा खड़े हो जाएं। अपनी कमर की हड्डियां यानी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल तनी हो और मुद्रा सावधान की हो। अब धीरे- धीरे अपनी एड़ियों को ऊपर की ओर खींचे। इस अवस्था में शरीर का सम्पूर्ण भार आपकी उंगलियों पर होता है। इसके बाद 30 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें और सांस ऊपर की तरफ खींचे और धीरे से सांस छोड़ते हुए वापस उसी मुद्रा को धारण कर लें। इसे नियमित रूप से करना लाभकारी सिध्द होता है।

    पादांगुष्ठासन योग

    पादांगुष्ठासन योग

    यह योग पैर के दर्द का सबसे बेहतरीन योगासन माना जाता है। इस योगासन से गठिया जैसे रोगों से निजात मिलती है। घुटनों ओर तलवों में दर्द सहित पैरों के जोड़ों में समस्या के दौरान यह काफी असरदार होता है। यह योग कूल्हों की हड्डियों को नई ऊर्जा देता है और मांसपेशियों के खिंचाव से उत्पन्न हुए दर्द को समाप्त कर देता है। हालांकि यह आसन थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन निरंतर अभ्यास से इसे किया जा सकता है।

    आसन के तरीके

    इस आसन के लिए आपको जमीन पर बैठना पड़ता है। बैठने के उपरांत शरीर को सावधान मुद्रा में रखते हुए एक पैर पर रहकर दूसरे पैर को जांघों पर रख लें और तेज सांस अंदर की तरफ खींच लें। अब थोड़ी देर ऐसी मुद्रा में रहें। ऐसा दूसरी बार दूसरे पैर को जांघों पर रखें। करीब 5 बार इसे दोहराएं। इस दौरान आपकी जांघों में खिंचाव महसूस होगा जिससे हड्डियों की मांसपेशियों में रक्त संचार तो बढ़ाएगा ही अपितु हड्डियों को भी लचीला बनाता है। इस आसन से पैर के तलवे में दर्द समाप्त हो जाता है। हालांकि तेज दर्द के दौरान यह आसन कष्टकारी हो सकता है लेकिन हल्के दर्द में इसके प्रयोग से दर्द दूर होने लगता है।

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      त्रिकोणासन योग

      त्रिकोणासन

      त्रिकोणासन ऐसा योगासन है जो पैरों के सभी जोड़ों के दर्द के लिए उपयोगी तो होता ही है बल्कि शरीर मे मौजूद सभी हड्डियों को नई ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है। इसके प्रयोग से अर्थराइटिस जैसी समस्याओं से राहत प्राप्त होती है। सूर्योदय के समय खाली पेट इसका प्रयोग शरीर को प्रचुर मात्रा में कैल्शियम की आपूर्ति करता है। हड्डियों को लचीला बनाने के साथ ही जोड़ों में मौजूद ऊतकों के निर्माण के साथ ही फ्लूड के निर्माण में भी इस योग का बड़ा हाथ होता है।

      आसन कि विधि

      जमीन पर सीधा खड़े हो जाएं वह भी सावधान मुद्रा में। अब अपने दोनों पैरों को थोड़ा सा फैला लें। अब एक हाथ को बाई तरफ झुकते हुए जमीन को छूने का प्रयत्न करें। गहरी सांस लेने के साथ ऊपर आते हुए सांस छोड़ते रहें। अब दाहिने हाथ को मोड़ते हुए पंजों को छूने का प्रयास करें। याद रहे इस स्थिति में पैरों को बिल्कुल सीधा रखें और मुड़ने ना दें। ऐसा करीब 5 से 10 बार दोहराएं। इस योग से पैरों के सभी जोड़ों पर दबाव और खिंचाव होता है जिसके चलते मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ जाता है और पैर दर्द ठीक होने लगता है

      सूर्य नमस्कार योग

      सूर्यनमस्कार

      सूर्य नमस्कार के कई योग आपकी शरीर को कैल्शियम की आपूर्ति के साथ ही हड्डियों को लचीला बनाने का कार्य करते हैं। यदि आपको पैर में दर्द ज्यादा महसूस हो रहा हो और किसी कठिन आसान को नही कर सकते तब सूर्योदय के समय जमीन पर पैठकर एक दूसरे पैर को जांघों पर रखकर सावधान मुद्रा में थोड़ी देर तक रहें और लंबी सांस खींचकर छोड़ते रहें। ऐसा करीब 10 बार करने से पैर दर्द से राहत मिलती है।

      योग संबंधित सुझाव

      वास्तव में पैर दर्द के लिए योग बेहद महत्वपूर्ण और लाभ देने वाला होता है लेकिन यदि यह सब प्रयोग किसी कुशल योग शिक्षक की देख रेख में किया जाए तो सबसे उत्तम होता है। याद रहे ज्यादा दर्द के दौरान किसी भी तरह के योग को करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर ले लें।

      डॉ वैशाली

      • 7 Years of Experience
      • (Physiotherapist)

      डॉ वैशाली, योगा, व्यायाम जैसे माध्यम से हड्डियों के रोग का इलाज करती हैं. इन्हें इस विधा में करीब 6 साल का अनुभव है. इनके साथ योग, व्यायाम जैसे तरीके सीखकर देश के हज़ारों मरीज स्वास्थ्य लाभ उठाते हैं. पिछले कई सालों में लगभग हर मरीज डॉक्टर वैशाली के बताए

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