यह जरूरी नही की कंधे दर्द या फ्रीजन शोल्डर की समस्या किसी बड़ी बीमारी की ही वजह हो। मसलन चोट, मोच या फिर सोते समय एक तरफ करवट लेना भी इस तरह की समस्या का कारक बन जाते हैं। हड्डियों के इस जोड़ के दुख ग्रस्त होने पर हाथों को हिलाने डुलाने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिससे दैनिक दिनचर्या का प्रभावित होना स्वाभाविक है। वैसे एक करवट सोने या फिर मांसपेशियों में खिंचाव से हुआ दर्द सामान्य होता है लेकिन अन्य शारीरिक विसंगतियों के चलते होने वाला दर्द नजरअंदाज नही किया जा सकता। अक्सर लोग दर्द के दौरान तुरंत राहत देने वाली दवाओं का इस्तेमाल कर लाभ उठा लेते हैं लेकिन ऐसी औषधियों के दुष्परिणाम बेहद खतरनाक होते हैं।
क्या आप जानते हैं कि रसोई में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या फिर आपके आस पास मौजूद चीजें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकती हैं वह भी बिना किसी शरीरिक नुकसान के ? कंधे के दर्द में कुछ ऐसे घरेलू उपाय मौजूद हैं जिनके सेवन से काफी हद तक दर्द से राहत ली जा सकती है। इस लेख के माध्यम से 4 ऐसे नुस्खे जानेंगे जिनके सटीक उपचार से आपको इस तरह की समस्याओं का सामना नही करना पड़ेगा।
कंधे दर्द के कारण
इंसान अपनी दिनचर्या को जल्द निपटाकर ज्यादा से ज्यादा तरक्की की फिराक में रहता है। ऐसी स्थिति में खान पान और जीवनशैली में लगातार परिवर्तन से हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं। सोते समय एक ही करवट लेकर काफी देर तक उसी मुद्रा में पड़े रहने से रक्त संचार बाधित होकर हड्डियों में संकुचन पैदा कर देता है। जिसके अलावा काम काजी महिलाओं में मांसपेशी खिंचाव और ज्यादा वजनी वस्तु उठाने के चलते भी इस तरह की दिक्कतें आ जाती हैं
युवाओं में खेलकूद के समय कंधे मे दर्द खिंचाव उत्पन्न होने की स्थिति में हो जाता है। इन सबके अलावा फ्रीजन शोल्डर कुछ आंतरिक शारीरिक विसंगतियों के चलते भी हो जाता है। शरीर मे यूरिया का स्तर बढ़ने से, फेफड़ों में संक्रमण सहित गर्दन की हड्डियों में खिंचाव इसके प्रमुख कारण माने जाते हैं।
कंधे दर्द के लक्षण
कंधे में दर्द या फिर फ्रीजन शोल्डर होने की स्थिति में कंधे में सुन्नता का अनुभव होता है। खिंचाव के साथ दर्द का अनुभव, बुखार आना, हाथों को हिलाने डुलने में परेशानी का अनुभव होना। सीने में दर्द के साथ ही उल्टियां भी आ सकती हैं। ऐसे दर्द किसी गंभीर शारीरिक मर्ज की तरफ इशारा करते हैं। इसके इतर सामान्य परिस्थितियों में होने वाला दर्द हल्की मालिश या फिर आपने आप कुछ समय बाद समाप्त हो जाता है।
कंधे दर्द का घरेलू उपाय
कंधे दर्द में प्राकृतिक या घरेलू उपाय बेहद असरदार होते हैं, जिनके समुचित उपयोग से दर्द समाप्त हो जाता है और किसी तरह के साइड इफेक्ट नही होते।
रोजमेरी के पत्ते का सेवन
यह ऐसा प्राकृतिक पत्ता या पेड़ होता है जो जड़ से लेकर तना तक उपचार के काम आता है। कुछ जगहों पर इसकी चाय बनाकर इस्तेमाल की जाती है। कंधे दर्द में रोजमेरी के 4 से 5 पत्तों को पानी मे उबालकर ठंडा कर लें। बचे हुए काढ़े की करीब 20 एम एल मात्रा दिन में 2 बार सेवन करने से दर्द दूर होना शुरू हो जाता है।
अरंड का पत्ता
अरंड का तेल दर्द में जितना फायदेमंद होता है उसके पत्तों का गुण भी उससे कम नही होता। 3 से 4 अरंड के पत्ते को तवे पर गर्म कर लें। इन पत्तों में थोड़ा सरसों तेल और एक चुटकी सेंधा नमक लगा दें। आप हल्के गर्म पत्तों को कंधे के ऊपर लगाकर किसी कपड़े से बांध दें। रात भर पत्तों को लगे रहने दे। 2 से 3 दिन ऐसा करने से दर्द गायब हो जाता है।
नमक पानी से सिंकाई
कंधे दर्द को दूर करने में नमक पानी से सेंकना लाभकारी होता है। एक पात्र में पानी गर्म कर थोड़ा सा नमक मिला लें। अब इस पानी को एक सीसे के बोतल में रखकर कंधे पर धीरे-धीरे सेंकें। ऐसा कुछ देर तक करते रहें। दिन में 2 से 3 बार इसकी सिंकाई करने से सूजन और दर्द दूर होने लगते हैं।
सावधानियां और सुझाव
ऊपर दिए गए नुस्खे बेहद कंधे दर्द में बेहद उपयोगी होते हैं लेकिन इनके इस्तेमाल को पूरी सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। यदि इनके उपयोग के बाद भी आराम ना मिले तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।