पैरों के दर्द के लिए अचूक उपाय हैं कुछ इस तरह के घरेलू नुस्खे

पैरों के दर्द

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    आधुनिक युग मे इंसान की जीवनशैली रोबोट के मानिन्द हो चुकी है। खान पान का बदलता स्वरूप लगातार लोगों में पैर दर्द जैसी समस्याओं का कारण बनता जा रहा है। हड्डियों से जुड़ी मांसपेशियों में खिंचाव सहित उनमें मौजूद ऊतकों की क्षति के चलते दर्द होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। मसलन इस तरह के दर्द कई कारणों से उत्पन्न होते हैं। एक जगह खड़े होकर कामकाज करने के दौरान पैरों के तलवे सहित घुटनों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में दबाव के चलते हड्डियों में घर्षण जैसी स्थिति उत्पन हो जाती है और रक्त संचार कम होने के चलते दर्द उत्पन्न हो जाता है। इंसान का जीवन आधुनिक दौर में तनाव पूर्ण जैसी स्थिति का सामना भी करता है। इस दौरान अवसाद और हार्मोनल विसंगतियों के चलते हड्डियों में कठोरता और संकुचन होता है।

    पैर की हड्डियों में कई जोड़ होते हैं जो परोक्ष रूप से ऊँगली से लेकर कूल्हे तक को प्रभावित करते हैं। आपस मे एक दूसरे से जुड़े होने के चलते गठिया जैसे रोग में पैर के दर्द जैसी समस्या कई बार भयानक रूप धारण कर लेती है जिससे इंसान का जीवन बेहद प्रभावित होता है। एक सर्वे के मुताबिक आज के दौर में 20 से 50 साल की उम्र वर्ग के लोग इस चपेट में हैं। इंसान को थोड़ा दर्द हुआ नही कि वह तुरंत फौरी राहत वाली दर्द नाशक दवाओं का इस्तेमाल बिना चिकित्सक की राय से लेना शुरू कर देता है। ऐसी आदतें लोगों को बेहद बीमार बना देती है। दुनिया मे दर्द के उपचार के लिए वैसे तो कई उपचार विधाएं मौजूद हैं लेकिन पैर में दर्द उपचार के लिए घरेलू उपाय बेहद कारगर साबित होते हैं। इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे पहलुओं पर प्रकाश डालने की कोशिश है जिनके इस्तेमाल से पैर दर्द का प्रारंभिक उपचार सफलता से किया जा सकता है।

    हल्दी हरजोड और सेंधा नमक

    हल्दी हरजोड और सेंधा नमक

    यदि किसी वजह से आपको चोट का सामना करना पड़ता है तो इस दौरान हरजोड के पत्तों के साथ हल्दी और सेंधा नाकाम पीसकर थोड़ी प्याज की मात्रा के साथ दर्द वाले स्थान पर लगाकर अच्छे से कपड़े से बांध लें। रात भर इस पेस्ट को लगे रहने दें। इस तरह से इस पेस्ट का इस्तेमाल करीब एक सप्ताह तक करने से फ्रैक्चर हुई हड्डियाँ भी जुड़ जाती हैं और उसके ऊतक नष्ट होने से बच जाते हैं। पैर दर्द की दवा के रूप में इसका इस्तेमाल काफी असरदार साबित होता है।

    सरसों तेल और कपूर

    सरसों तेल और कपूर

    पैरों में दर्द के लिए सरसों का तेल काफी प्रभाव डालता है। पैरों के जिस भी भाग मसलन एड़ी, घुटना सहित कूल्हे में दर्द के दौरान सरसों के तेल में थोड़ी सी कपूर मिलाकर हल्का सा गर्म कर लें। अब इस तेल को हड्डियों के जोड़ों में हल्के हाथ से मालिश करें। मांसपेशियों में खिंचाव या फिर चोट के दौरान लगे चोट के साथ मौसम के बदलाव के साथ होने वाले दर्द में इस तेल का मिश्रण काफी असरदार साबित होता है। इस तेल का समय से दिन में 2 से 3 बार इस्तेमाल पैर के दर्द को दूर कर हड्डियों की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है।

    शहद और दूध

    शहद और दूध

    दूध ऐसा प्राकृतिक तत्व है जिसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और खनिज तत्वों की मौजूदगी होती है। दिनचर्या में लगातार दूध का सेवन हड्डियों के दर्द तो दूर करता ही है अपितु इन्हें पोषण भी देता है। रोज सुबह गुनगुने दूध में एक चम्मच देशी शहद मिलाकर पीने से एड़ियों के दर्द दूर होने लगते हैं। शहद और दूध का सेवन सुबह और शाम दो बार करने से पैरों के जोड़ों में होने वाला दर्द गायब हो जाता है। इस पेय पदार्थ को समय से और दिनचर्या में शामिल करना हड्डियों के लिए अमृत के समान होता है।

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      कैल्शियम युक्त भोजन

      कैल्शियम युक्त भोजन

      पैर में दर्द के दौरान कैल्शियम युक्त भोजन काफी असरदार साबित होता है। दैनिक जीवन मे फलों के साथ हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन जहां शरीर को पोषण देता है तो दूसरी तरह इंसानी हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ नई ऊर्जा और रक्त संचार में वृद्धि भी करता है। फलों में सेब, अनार, चुकंदर, अमरूद, सहित नीबू और आंवला हड्डियों के लिए किसी वरदान से कम नही हैं। जिनका वैसे तो कई रूपों में सेवन किया जाता है जिनमें जूस के रूप में इनका सेवन हड्डियों के लिए वरदान साबित होता है। नियमित रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन के साथ फलों का सेवन हड्डियों के दर्द से निजात दिलाने का काम करता है।

      बर्फ या गर्म पानी से सिंकाई

      बर्फ या गर्म पानी से सिंकाई

      जब भी आपके पैर की हड्डियों में चोट या मोच जैसी स्थिति उत्पन्न हो तब गर्म पानी से सिंकाई या फिर बर्फ से सेंकने से काफी राहत मिलती है। आमतौर पर घर की फ्रीज में हमेशा बर्फ मौजूद रहती है है। जब भी आपके पैरों में चोट लगे तब बर्फ की आइस क्यूब निकालकर हल्के हाथों से चोट की जगह सिंकाई करने से रक्त के थक्के मांसपेशियों में नही बनते और रक्त संचार की तीव्रता प्रभावित नही होती। इस दौरान ऊतकों की क्षति भी नही होती और पैर दर्द से भी निजात मिल जाती है। पैरों में सूजन के दौरान बर्फ की सिंकाई से राहत प्राप्त होती है।

      यदि किसी कारण से चोट के दौरान आपको बर्फ ना मिल रही हो तो गर्म पानी को कांच के बोतल में रखकर चोट वाली जगह पर सेंकने से बेहद आराम मिलता है। गर्म पानी से सिंकाई करने से पैरों में हुई सूजन समाप्त हो जाती है और पैर दर्द से छुटकारा मिल जाता है

      पैर में दर्द के घरेलू उपाय वास्तव में बेहद असरदार तो होते ही हैं अपितु इनका किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट भी नही होता। यह ऐसे चिकित्सकीय गुण होते हैं जो आसानी से आपके किचन में मौजूद होते हैं। चोट से होने वाले दर्द या किसी भी वजह से पैर के दर्द में इनका इस्तेमाल प्रारंभिक उपचार के तौर पर करना लाभकारी साबित होता है। कई मामलों में इनके प्रयोग से मरीज ठीक हो जाता है और उसे डॉक्टर के पास नही जाना पड़ता। यदि दर्द उपचार के बाद भी समाप्त नही हो रहा हो तब तुरंत चिकित्सक की सलाह पर टेस्ट और दवाओं का सेवन करना चाहिए।

      डॉ नीतू

      • 6 Years of Experience
      • (BHMS)

      डॉ नीतू होम्योपैथी चिकित्सा से स्नातक हैं. इनके इलाज से घुटना दर्द के हज़ारों मरीज ठीक हुए हैं. इन्हें इस विधा में 5 साल का अनुभव है. होम्योपैथी को लेकर आम समझ यही है कि यह केवल मामूली बीमारियों के उपचार में ही कारगर है. इसके अलावा होम्योपैथी चिकित्सा के

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