मांसपेशियों में सिकुड़न या फिर तनाव के चलते घुटनों, एड़ियों सहित में कूल्हों में दर्द इंसान के लिए पीड़ादायक बन जाता है। ऐसी स्थिति मसलन उम्र वर्ग के लिहाज से काम काजी महिलाओं सहित युवा और बुजुर्गों में देखी जाती है। पैर में दर्द तब बढ़ जाता है जब हड्डियों के ऊतकों में खिंचाव के साथ घर्षण उत्पन्न होता है। कि परिस्थितियों में सूजन जैसी स्थिति जो चोट या मोच के दौरान हो जाती है वह भी ऐसी समस्या का कारण बनती है।
खेल के समय अधिक दौड़ने या फिर उछाल कूद के दौरान हड्डियों में घर्षण के चलते मांसपेशियों में खिंचाव हो जाता है। इसके अलावा देर तक खड़े होकर काम करने वाले लोगों के तलवे में दबाव के चलते हड्डियों के ऊतक एक दूसरे पर चढ़ जाते हैं जिससे सूजन के साथ दर्द शुरू हो जाता है। एक जगह काम करने के दौरान हड्डियों की मांसपेशियों में रक्त संचार और ऊर्जा की कमी के चलते एड़ी के दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। पैरों के किसी भी हिस्से में दर्द के दौरान लोग तुरंत राहत देने वाली औषधियों का इस्तेमाल करते हैं जिनसे आराम तो मिलता है लेकिन कई तरह के दुष्परिणाम इंसान को आगे चलकर काफी कष्ट पहुंचाते हैं। दुनिया मे हड्डियों संबंधित दर्द दूर करने की कई विधियां मौजूद हैं लेकिन उचित खान पान और सटीक जीवनशैली की मदद से काफी हद तक इन पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
गाजर का इस्तेमाल
गाजर एक ऐसा प्राकृतिक तत्व है जिसमें प्रचुर मात्रा में आयरन, फॉलिक एसिड सहित कैल्शियम पाया जाता है। इसका सेवन मसलन के रूपों में करना पैर दर्द में राहत पहुंचाता है। गाजर को भोजन के साथ सलाद के रूप में सेवन करना लाभदायक होता है। इसके अलावा इसका हलवा दूध के साथ इस्तेमाल में लाने से तलवे में दर्द जैसी समस्या से निजात प्राप्त होती है। गाजर में मौजूद एन्टी ऑक्सीडेंट तत्व शरीर से अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकलकर हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। यह ऐसा पदार्थ है जो हर मौसम में बाजार में आसानी से उपलब्ध रहता है। गाजर का जूस खाली पेट इस्तेमाल करना भी लाभदायक माना जाता है। इसके निरंतर सेवन करते रहने से हड्डियों संबंधित रोग और दर्द होने की संभावना कम हो जाती है।
सेब दिलाये पैर दर्द में राहत
सेब में मौजूद विटामिन सी और बी की प्राकृतिक मात्रा हड्डियों के लिए वरदान से कम नही होती। सेब ऐसा फल है जो कई रूपों में सेवन किया जाता है। इसे सीधा काटकर और छीलकर प्रयोग कर सकते हैं तो इसका जूस पैर के दर्द से निजात दिलाता है। दिन में 2 बार सेब के रस का सेवन हड्डियों की मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ाकर नई ऊर्जा प्रदान करता है। उसके अलावा सेब के सिरके का पैर दर्द में बेहद असर होता है। 2 चम्मच सेब के सिरके को पानी मे मिलाकर 2 बार दिन में सेवन करने से दर्द समाप्त हो जाता है।
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सूखे मेवे और दूध
सूखे मेवे में बादाम और अखरोट जैसे तत्व कैल्शियम की भरपूर मात्रा प्रदान करते हैं। इंसान को पैर दर्द के लिए आहार में इनका सेवन काफी लाभ पहुंचाता है। दूध ऐसा तत्व है जिसमें कैल्शियम की प्रचुरता तो होती ही है अपितु यह अन्य विटामिन्स और मिनिरल्स का खजाना होता है। सूखे मेवे में 5 छिलका उतारे बादाम, 2 काजू, 2 अखरोट और चिरौंजी के साथ थोड़ी मात्रा में किसमिस कूटकर दूध में उबालकर गुनगुना होने पर रोज रात को सोते समय प्रयोग में लाने से हड्डियों के ऊतकों को ऊर्जा और ताकत मिलती है और दर्द जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
मेथी का सेवन मिटाए पैर का दर्द
पैर के दर्द में मेथी का सेवन लाभकारी माना जाता है। यह ऐसा तत्व होता है जिसका सेवन सब्जियों में प्रचुरता से किया जाता है। मेथी को भिगोकर इसके पानी का सेवन हड्डियों में मौजूद खराब और दूषित तत्वों को बाहर निकाल देता है। मेथी पानी के साथ नीबू की कुछ बूंदों का इस्तेमाल काफी असरदार साबित होता है। आहार में प्रयोग के अलावा भी इसके कई औषधीय गुण होते हैं। मेथी के पेस्ट में थोड़ी सी लाल मिर्च मिलाकर दर्द की जगह लेपन करने से दर्द दूर हो जाता है।
अंकुरित मूंग और मूंगफली और अनाज का सेवन
सोने से पहले पानी के एक बर्तन में थोड़ी सी मूंग ओर मूंगफली को भिगो दें। सुबह या दूसरे दिन जब इनमे अंकुरण आ जाये तब इसको नास्ते में इस्तेमाल करने से पैर दर्द की समस्या दूर होने लगती है। मूंगफली और मूंग में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है जो मेहनत के दौरान हड्डियों के फ्लूड को नियंत्रित तो करती ही है अपितु हड्डियों में मौजूद नर्म ऊतकों को नई ऊर्जा प्रदान कर मजबूती प्रदान करता है। इसके अलावा भिगोए हुए अंकुरित चने भी हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। अंकुरित अनाजों का भरपूर सेवन करने से मनुष्य को प्रचुर मात्रा में कैलोरी प्राप्त होती है और हड्डियों संबंधित रोग होने की संभावना भी कम हो जाती है।
अंडे, मछली और मीट का सेवन
यदि आप मांसाहारी हैं तो इसका सेवन हड्डी मजबूत बनाने में काफी असरदार होता है। मछली में प्राकृतिक तौर पर कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हड्डियों की मांसपेशियों को नया बल प्रदान करते है। अंडे में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। सप्ताह में 3 दिन इन्हें आहार में शामिल करने से पैरों की हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके अलावा बकरे की हड्डियों का जूस या सूप इंसानी हड्डियों के लिए अमृत का काम करती है। सप्ताह में 4 दिन एक सेवन काफी असरदार होता है।
पैर दर्द में आहार का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। इंसान के कामकाज के लिहाज से प्रति व्यक्ति कितनी कैलोरी ऊर्जा की जरूरत होती है यह उम्र वर्ग और वजन के लिहाज से तय की जाती है। वास्तव में सही खान पान और बेहतर जीवनशैली अपनाकर इंसान काफी हद तक अपनी हड्डियों की सुरक्षा कर सकता है। पैर शरीर की जान होते हैं यदि असमय यह आपका साथ छोड़ दें तो असहाय महसूस करने के सिवा किया भी क्या जा सकता है, इसलिए जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ ऐसे आहारों को मीनू में शामिल कर काफी हद तक ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।