आयुर्वेदिक उपचार के इन तरीकों से उंगली दर्द पर पाया जा सकता है काबू

आयुर्वेदिक उपचार के इन तरीकों से उंगली दर्द पर पाया जा सकता है काबू

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    उंगली दर्द के पीछे वैसे तो चोट, मोच या फिर अनुवांशिक परिस्थितियां जिम्मेवार होती हैं लेकिन आज के दौर में कुपोषण और शरीर मे लगातार घटते खून का स्तर भी इस तरह की बीमारियों का बड़ा कारण माना जाता है। आंतरिक रोगों जैसे किडनी रोग और फेफड़ों के रोग से पीड़ित व्यक्ति भी कई बार ऐसी समस्या से परेशान हो जाता है। मधुमेह और मोटापे से ग्रस्त लोगों की हड्डियों में लगातार होता घर्षण हाथ और पैरों की उंगलियों को प्रभावित करता है। हालांकि कई बार मरीज की स्थिति गंभीर हो जाने पर शल्य चिकित्सा के द्वारा इलाज किया जाता है लेकिन नर्म ऊतकों की क्षति के चलते कई बार उंगलियों में सड़न पैदा हो जाती है। अक्सर मामलों में उंगली का इलाज संभव होता है। हालांकि कई उपचार माध्यमों में बहुत से साइड इफेक्ट देखे जाते हैं लेकिन आयुर्वेद की परंपरागत प्रणाली से इलाज करना श्रेयस्कर माना जाता है।

    उंगली दर्द से संबंधित जटिलताएं

    उंगली दर्द से संबंधित जटिलताएं

    उंगली दर्द के पीछे वैसे तो चोट, मोच या फिर अनुवांशिक परिस्थितियां जिम्मेवार होती हैं लेकिन आज के दौर में कुपोषण और शरीर मे लगातार घटते खून का स्तर भी इस तरह की बीमारियों का बड़ा कारण माना जाता है। आंतरिक रोगों जैसे किडनी रोग और फेफड़ों के रोग से पीड़ित व्यक्ति भी कई बार ऐसी समस्या से परेशान हो जाता है। मधुमेह और मोटापे से ग्रस्त लोगों की हड्डियों में लगातार होता घर्षण हाथ और पैरों की उंगलियों को प्रभावित करता है। हालांकि कई बार मरीज की स्थिति गंभीर हो जाने पर शल्य चिकित्सा के द्वारा इलाज किया जाता है लेकिन नर्म ऊतकों की क्षति के चलते कई बार उंगलियों में सड़न पैदा हो जाती है। अक्सर मामलों में उंगली का इलाज संभव होता है। हालांकि कई उपचार माध्यमों में बहुत से साइड इफेक्ट देखे जाते हैं लेकिन आयुर्वेद की परंपरागत प्रणाली से इलाज करना श्रेयस्कर माना जाता है।

    आयुर्वेदिक पद्धति से उंगली दर्द का उपचार

    आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार के लिए भारत दुनिया का विश्व गुरु माना जाता रहा है। आर्युवेद की मदद से हर नामुमकिन रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है। नीचे दिए गए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे वाकई उंगली दर्द में बेहद लाभकारी होते हैं।

    अश्वगंधा और दूध का सेवन

    अश्वगंधा और दूध का सेवन

    अश्वगंधा एक ऐसी प्राकृतिक जड़ी बुटी है जो आयुर्वेद में किसी भी दर्द के उपचार के लिएकारगर मानी जाती है। इसका सेवन दूध के साथ भी कर सकते हैं जिससे हड्डियां मजबूत होती है। इसके साथ ही कमज़ोर हड्डियों को रिपेयर करने में भी लाभदायी है। सुबह शाम नियमित रूप से इसके सेवन से उंगली के दर्द दूर होने लगते हैं।

    अशोक की छाल से दूर भगाएं उंगली दर्द

    अशोक की छाल से दूर भगाएं उंगली दर्द

    उंगली के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अशोक की छाल का प्रयोग किया जाता है। जो व्यक्ति अधिक लिखता हो और लिखने के कारण उंगलियां सूझ जाती है तब अशोक की छाल का प्रयोग बेहद असरदार साबित होता है। एक लीटर पानी में अशोक की छाल को अच्छे से उबालने के बाद ठंडा होने के लिए रख दें। जैसे ही पानी ठंडा हो जाए उसका सुबह शाम 2 चम्मच सेवन करें। ऐसा करने से उंगलियों में सूजन या दर्द की शकायत दूर हो जाती है।इसके अलावा अशोक के पत्तों को पीसकर उंगलियों में दर्द की जगह लगाने से जोड़ों में रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द दूर होने लगता है।

    अरंड का तेल मिटाए उंगली का दर्द

    अरंड का तेल आयुर्वेद में दर्द की दवा के रूप में माना जाता है। एक चम्मच अरंड के तेल में आधा चम्मच सरसों का तेल मिलाकर हाथों या पैरों के तलवों पर गुनगुना कर हल्के हाथों से मालिश करें। कि बार कंधों या हाथों में दर्द की वजह से उंगलियों में तनाव हो जाता है। यदि ऐसी स्थिति हो तो कंधों और घुटनों पर भी इस आयुर्वेदिक प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह तेल प्लाज्मा में मिलकर हड्डियों के जोड़ों को नई ऊर्जा तो देता ही है बल्कि जोड़ों में मौजूद फ्लूड की सुरक्षा भी करता है।

    अजवाइन दूर करे उंगली दर्द

    अजवाइन एक ऐसा आयुर्वेदिक तत्व है जिससे आसानी से शरीर मे मौजूद यूरिक एसिड को बाहर का रास्ता दिखाकर उंगली दर्द को दूर भगाया जा सकता है। अजवाइन में मौजूद एन्टी ऑक्सीडेंट तत्व जोड़ों में मौजूद अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकाल देते हैं। अजवाइन पानी के साथ नीबू के आधे टुकड़े का रस खाली पेट लेने से हड्डियों में मौजूद निकिल जैसे तत्व पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाते हैं। इसका सेवन नियमित रूप से एक से दो महीने लगातार करने से मोटापा भी कम होने लगता है। इसके अलावा दर्द होने पर अजवाइन को पीसकर उंगलियों पर लेप लगा लें। लेप लगाकर इसे करीब एक घण्टे के लिए छोड़ देना चाहिए उसके बाद गुनगुने पानी से धोने पर दर्द दूर हो जाता है।

    आयुर्वेद माध्यम से उपचार के लिए जरूरी सलाह

    आयुर्वेद माध्यम से उपचार के लिए जरूरी सलाह

    वास्तव में आयुर्वेदिक उपचार की दवाएं या नुस्खे बेहद असरदार होते हैं। उंगली दर्द में आयुर्वेदिक उपचार करने से पहले तत्व की मात्रा और समय चिकित्सक से जरूर जान लें। अच्छे से जानकारी लेकर सही और सटीक मात्रा में आयुर्वेद का सेवन बिना साइड इफेक्ट शरीर मे मौजूद दर्द दूर भगा देता है।

    डॉ विवेक

    • 9 Years of Experience
    • (BHMS)

    डॉ विवेक को होम्योपैथी में स्नातक हैं. इनकी चिकित्सा से देश के हज़ारों मरीज गठिया रोग से निजात पा चुके हैं. डॉ विवेक को इस क्षेत्र में 8 साल का अनुभव है. डॉ विवेक का कहना है कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति समरूपता के सिद्धांत (like cures like) पर काम करती

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